हल्द्वानी के इन जगहों में खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं बालिकाएं

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हल्द्वानी में जिलाधिकारी के निर्देशानुसार, गुरुवार को डी.ए.वी. सेंटनरी स्कूल में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत “बालिकाओं द्वारा असुरक्षित स्थानों के चिन्हीकरण” विषय पर एक कार्यशाला आयोजित की गई।

इस कार्यशाला में जनपद के विभिन्न विभागों, जैसे पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा और परिवीक्षा विभाग के अधिकारियों ने बालिकाओं से उनकी समस्याओं के बारे में चर्चा की। अपर निदेशक, प्रशिक्षण ऋचा सिंह ने बालिकाओं से उन स्थानों के बारे में पूछा जहां वे असुरक्षित महसूस करती हैं। उन्होंने बताया कि पिछली कार्यशालाओं में चिन्हित स्थानों पर संबंधित विभागों द्वारा कार्रवाई की जा रही है।

बाल विकास परियोजना अधिकारी शिल्पा जोशी ने बालिकाओं को बिना डरे असुरक्षित स्थानों को चिन्हित करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि हल्द्वानी में इन कार्यशालाओं का सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। बालिकाओं ने हल्द्वानी के विभिन्न स्थानों जैसे रिलायंस मॉल, कमलुआगांजा के पीछे आम का बगीचा, मेन मार्केट, दयाल विहार आदि को असुरक्षित बताया।

बालिकाओं ने बताया कि आम के बगीचे और रिलायंस मॉल के पीछे अक्सर लड़के ड्रग्स और शराब के नशे में झुंड बनाकर बैठे रहते हैं, जो उन्हें छेड़खानी का शिकार बनाते हैं। इसके अलावा, कुछ स्थानों पर ड्रग्स और शराब का कारोबार भी चलता है।

डी.ए.वी. स्कूल के प्राध्यापक ने कहा कि स्कूल के बाहर छुट्टी के समय लड़के बिना नंबर प्लेट की काले शीशे की गाड़ियों में खड़े रहते हैं, जिससे बालिकाओं को असुविधा होती है।

कार्यशाला में बालिकाओं ने सुझाव दिए, जैसे चिन्हित स्थानों पर पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाना, गलियों में स्ट्रीट लाइट्स लगाना, और ऑटो चालकों का सत्यापन करना। इन सुझावों के साथ, समिति अपनी रिपोर्ट संबंधित विभाग को कार्रवाई के लिए भेजेगी।

कार्यक्रम में जिला प्रोबेशन कार्यालय की तबस्सुम ने हेल्पलाइन नंबर के बारे में जानकारी दी। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य एक भय मुक्त वातावरण बनाना है, ताकि बालिकाएँ सुरक्षित महसूस करें और विश्वास के साथ कहीं भी आ जा सकें। कार्यक्रम में विद्यालय की बालिकाएँ, प्रधानाचार्य, शिक्षिकाएँ और सुपरवाइज़र उपस्थित थे।