बरेली। स्वास्थ्य बीमा आज की वक्त की बड़ी आवश्यकता बन चुका है। अभी तक स्वास्थ्य बीमा लेने पर ओपीडी का खर्च कवर नहीं होता था। इस कारण तमाम लोग इसे लेने से हिचकते थे। अब ऐसे बीमा भी आ गए हैं जिनमें ओपीडी का खर्चा भी कवर हो रहा है।
बीमारी के वक्त अस्पताल में भर्ती होते ही भारी-भरकम खर्च लोगों के ऊपर आ जाता है। ऐसे में स्वास्थ्य बीमा बड़ा सहयोगी साबित होता है। मगर कई बार लोग भर्ती न होकर ओपीडी के माध्यम से ही काफी दिनों तक दवाएं लेते रहते हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें स्वास्थ्य बीमा लेकर भी कोई फायदा नहीं होता है। ओपीडी कवर की मांग को देखते हुए कुछ कंपनियों ने अब प्रीमियम प्लान उतारे हैं। इसमें ओपीडी कवर के साथ ही मैटरनिटी, बच्चे के वैक्नीनेशन, एयर एंबुलेंस, विदेश में इलाज जैसी सुविधाएं भी शामिल हैं। हालांकि किसी भी पालिसी को लेने से पहले बीमा सलाहकार से सलाह लेना बेहद जरूरी है।
अब पोर्ट भी करवा सकते हैं पॉलिसी
बीमा घर के चेयरमैन अनुज अग्रवाल ने बताया कि आज कल पालिसी को पोर्ट करवाने की सुविधा भी शुरू हो गई है। यदि किसी कंपनी की पालिसी पसंद नहीं आती है तो नवीनीकरण की तारीख से 60 दिन पहले दूसरी कंपनी की पालिसी ली जा सकती है।
करीबियों को दें पॉलिसी की फोटोस्टेट
इंश्यूरेंस कंपनी में मैनेजर शरद मिश्रा ने बताया कि पालिसी बांड और कार्ड प्राप्त होने के बाद अपने कुछ करीबियों-रिश्तेदारों को उसकी फोटोकॉपी अवश्य दे दें। यदि कभी आपका पूरा परिवार संकट में आ जाता है तो वो लोग बीमा का लाभ दिलवा सकते हैं।
पॉलिसी लेते वक्त रखें ध्यान
-स्वास्थ्य बीमा लेने से पहले कम से कम दो-तीन कंपनियों की पालिसी को समझना चाहिए।
-पालिसी लेते वक्त अपनी पत्नी को जरूर साथ ले जाएं। ताकि उन्हें भी पालिसी की पूरी जानकारी रहे।
-आवश्यकता होने पर दो कंपनी की पालिसी भी अलग-अलग ली जा सकती हैं।
-पालिसी के नवीनीकरण से पहले उसकी शर्तों और सुविधाओं को दुबारा से समझ लें।
-मेडिकल पालिसी लेने से पहले अपनी किसी भी बीमारी को छुपाए नहीं।
-क्लेम के प्रकार को भी पूरी तरह समझ लें। अस्पताल के कमरे का किराया भी जान लें।
(जैसा कि बीमा घर के चेयरमैन अनुज अग्रवाल ने बताया)