नैनीताल नगरपालिका के 18 सभासदों ने दिया सामूहिक इस्तीफा, पालिका, प्रशासन व अपनी ही सरकार पर लगाए कई आरोप

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नैनीताल। सरोवर नगरी में शुक्रवार को सियासत के मैदान में हड़कंप मच गया। यहां की नगर पालिका के 18 सभासदों ने सामूहिक तौर पर इस्तीफा दे दिया है। इनमें 15 निर्वाचित आैर 3 नामित सभासद हैं। इन सभी ने कमिश्नर को अपना इस्तीफा सौंपते हुए पालिका, प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाया है।

इस्तीफे में सभासदों ने कहा है कि पालिका, शासन व प्रशासन सीएम हेल्पलाइन पर की गई शिकायतों, पत्रों पर कोई विचार नहीं कर रहा है। कहा कि जन समस्याओं के संबंध कई बार पत्राचार किया जा चुका है। किन्तु कोई कार्यवाही करने के बजाय औपाचारिकता निभाई जा रही है। स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, गांधी जयंती आदि समारोह से संबंधित बैठकों में सभासदों को नजरअंदान कर दिया गया। इन्हें आमंत्रित भी नहीं किया जाता है। पालिका की शह पर हो रहे अवैध कार्यों के संबंध में की गई शिकायतों पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती है। अधिकारी समाधान करने के बजाय तथ्यों को छुपाने की चेष्टा करते हैं।

सभासदों ने कहा कि पालिका के कर अधीक्षक, कर निरीक्षक व लेखाकर का शहरी विकास विभाग ने स्थानान्तरण कर दिया, मगर इन पदों पर फिर नई तैनाती नहीं की गई है, जिससे पालिका के कार्यों में प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

इन लोगों ने दिया इस्तीफा

सभासद निर्मला चंद्रा, सुरेश चंद्र, सागर आर्य, मनोज जगाती, भगवत रावत, गजाला कमाल, दीपक बर्गली, सपना बिष्ट, कैलाश रौतेला, दया सुयाल, मोहन नेगी, प्रेमा अधिकारी, रेखा आर्य, नामित सभासद मनोज जोशी, तारा राणा, राहुल पुजारी।

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