Bareilly news-कोरोना काल में दवाओं के नाम पर तीमारदारों को खूब लूटा था, अब जाकर नामी मेहता सर्जिकल के खिलाफ हुई ये बड़ी कार्रवाई

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न्यूज जंक्शन 24, बरेली। जीवन रक्षक दवाएं और सर्जिकल उपकरणों की कालाबाजारी समेत अन्य गड़बड़ी में फंसे डीडीपुरम स्थित मेहता सर्जिकल के खिलाफ ड्रग विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। मेहता सर्जिकल के निलंबित चल रहे लाइसेंस को निरस्त कर दिया। बताते हैं कि छापेमार कार्रवाई के दौरान जो कमियां पकड़ी गयीं थीं। उस पर ड्रग विभाग की ओर से लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया था लेकिन मेहता सर्जिकल संचालक ने दो माह के बाद भी लिखित स्पष्टीकरण नहीं दिया। इस प्रकरण में मेहता सर्जिकल के मालिक, बेटा, पत्नी समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी गयी थी, जिसकी पुलिस जांच भी चल रही है।

बता दें कि कोरोना काल में जहां लोगों की जानें जा रही थीं तब मेहता सर्जिकल के यहां महंगे दामों पर सर्जिकल उत्पाद बेचे जा रहे थे। गोदाम में बगैर लाइसेंस के पीपीई किट की री-पैकिंग, सैनेटाइजर और सर्जिकल उत्पादों की खरीद-बिक्री का बिल पेश करने के लिए संचालक को नोटिस जारी किया गया। इसके बाद औषधि निरीक्षक उर्मिला वर्मा की तहरीर पर मेहता सर्जिकल के संचालक अजय मेहता समेत अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, आवश्यक खाद्य वस्तु अधिनियम, महामारी और आपदा अधिनियम समेत कई गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी थी। हालांकि, इस प्रकरण में फंसे सभी लोगों ने कोर्ट से अग्रिम जमानत ले ली थी। इसके बाद पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी थी। इधर सहायक औषधि आयुक्त संजय कुमार के कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार मेहता सर्जिकल के संचालक से कई बिंदुओं पर जवाब मांगा गया था लेकिन कोई जवाब नहीं मिलने के कारण लाइसेंस निरस्त किया गया है।

12 मई को जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम सदर विशु राजा और औषधि निरीक्षक उर्मिला वर्मा ने टीम के साथ मेहता सर्जिकल पर छापा मारा था। सूचना थी कि यहां पर 50 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर रखे हैं जो महंगे दामों पर बेचे जा रहे हैं। मौके पर दो मिले। पहली मंजिल पर बना गोदाम चेक किया। वहां की स्थिति देखकर अधिकारियों के होश उड़े थे। पीपीई किटों की पैकिंग की जा रही थी। गद्दा बिछा था। उसके बगल में पैकिंग की मशीन समेत अन्य उपकरण रखे थे। सोडियम हाईपरक्लोराइड सॉलुशन, हैंड सैनेटाइजर, आइसोलेशन प्रोटेक्टर किट, पीपीई किट ग्राउन, डेडबॉडी कवर बैग, आइसोलेशन प्रोटेक्टर टेस्ट, अल्ट्रासाउंड में प्रयुक्त कैमिकल, जैल, लैबोरेट्री में प्रयोग होने वाले कैमिकल, स्ट्रेचर, स्टैंड समेत कई प्रकार की सामग्री का भंडारण मिला। एसडीएम सदर ने अजय मेहता व सुशांत मेहता से भंडारित चीजों के अभिलेख मांगे लेकिन मौके पर उपरोक्त चीजों के क्रय करने के संबंधित अभिलेख उपलब्ध नहीं दिखा पाये थे। सभी चीजें बगैर लेबल के थीं। फर्म के कर्मचारी पीपीई किट पर लेबल पैकिंग करते हुए पकड़े गए थे। लाखों रुपये का माल जब्त किया गया है। टीम ने कार्रवाई करते हुए गोदाम को सीज कर दिया। औषधि एक्ट 1940 धारा 22(1)डी के तहत गोदाम को सील करते हुए उपकरण जब्त किये गये हैं। पीपीई किट और तीन ब्रांडों के हैंड सेनेटाइजर का सैंपल लिया था।