Big breaking up : उत्तर प्रदेश जिला पंचायत चुनाव में ढहे मुलायम और सोनिया गांधी के सियासी किले। पढ़िये भाजपा ने यह लिख दिया इतिहास

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लखनऊ : उत्तर प्रदेश के जिला पंचायत चुनाव में भाजपा ने राजनीति की नई इबारत लिख दी है। प्रदेश की 75 जिला पंचायत सीटों में से 67 सीटें भाजपा ने जीती हैं। इसमें हैरान करने वाली बात यह है कि रायबरेली जहां से सोनिया गांधी सांसद हैं और यहां की जिला पंचायत सीट से हमेशा कांग्रेस ही जीती है। वहां भी भाजपा ने झंडा गाड़ दिया है। इसी तरह सपा दिग्गज मुलायम सिंह यादव के मैनपुरी श्रेत्र के साथ ही सपा के प्रभाव वाले जिले कन्नौज, फीरोजाबाद और बदायूँ में भी भाजपा का परचम फहर गया है।

सोनिया के गढ़ में खिल गया ‘कमल’

रायबरेली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी लगातार रायबरेली से सांसद हैं। जिला पंचायत की कुर्सी पर पिछले दो चुनावों में इसी पार्टी का कब्जा रहा, लेकिन इस बार शिकस्त का सामना करना पड़ा। कारण कुछ भी हो सकते हैं, लेकिन भाजपा को मिली यह जीत संजीवनी से कम नहीं। उप्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उम्मीद का कमल आखिरकार खिल गया। यहां भाजपा की रंजना चौधरी जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गईं।

जाहिर है यह परिणाम भाजपाइयों में नई ऊर्जा का संचार करेगा। हाल में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन खास नहीं रहा। उसके द्वारा समर्थित 52 प्रत्याशियों में से ज्यादातर पराजित हुए। इससे पार्टीजन में निराशा का भाव देखा जा रहा था। ऐसे में अध्यक्ष पद तक पहुंचने का जादुई आंकड़ा हासिल करना आसान नहीं था। वह भी तब जब ऐनवक्त कांग्रेस के समर्थन में समाजवादी पार्टी ने चुनाव लडऩे से किनारा कस लिया। जीत के लिए 27 मतों का मिलना जरूरी था। बहरहाल सधी चाल के जरिये भाजपा विजयश्री पाने में कामयाब रही। कांग्रेस के लिए संतोष की बात इतना भर है कि उसके पास जो वास्तविक सदस्य रहे, उनकी संख्या दोगुनी तक पहुंचाने में कामयाब रही।