राजनांदगांव : वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री राजिंदर पाल सिंह भाटिया ने रविवार शाम को फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूत्रों का कहना है कि भाटिया अस्वस्थ रहने से काफी परेशान थे। इस घटना से जहां भाजपा को झटका लगा है तो समर्थक व कार्यकर्ता भी दुखी है।
हालांकि अभी फांसी लगाने के कारणों का पता नहीं चला है। इतना जरूर है कि वह शरीर के अस्वस्थ रहने से काफी परेशान हो गए थे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घर को सील कर दिया है। भाटिया खुज्जी क्षेत्र से तीन बार विधायक चुने गए थे। उन्होंने दो बार यहां निर्दलीय भी विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन दोनों बार हार गए। इसके बाद वे राजनीति के क्षेत्र में हाशिए पर चल रहे थे। वह रमन सरकार के पहले कार्यकाल में परिवहन मंत्री थे।
सूत्र बताते हैं कि भाटिया कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित हुए थे। इसके बाद से उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था। इसको लेकर काफी दिनों से परेशान चल रहे थे। उनकी पत्नी का पहले ही निधन हो चुका है। कुछ साल पहले उनके इकलौते भाई का भी निधन हो गया था। उनके परिवार में एक बेटा लक्की भाटिया है। लक्की रायपुर में जमीन के कारोबार के अलावा एक निजी अस्पताल में साझीदार भी है।
उनके निधन पर मुख्यमंत्री समेत पार्टी नेताओं ने शोक जताया है।