Big news in up : कांग्रेस को बड़ा झटका, पूर्व केंद्रीय मंत्री और युवा चेहरा जितिन प्रसाद भाजपा में शामिल। पढ़िये क्यों उठाया यह कदम

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नई दिल्ली : कांग्रेस के युवा नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने आज कांग्रेस को बड़ा झटका दे दिया। राहुल गांधी के करीबियों में गिने जाने वाले जितिन प्रसाद ने कांग्रेश को ही बाय बाय कह दी और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी व केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इस दिग्गज नेता को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई। जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने से यूपी में आने वाले चुनावों में भाजपा को बड़े फायदे की संभावना जताई जा रही है।


उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों का बिगुल अगले वर्ष जनवरी में बजने की संभावना है। भारतीय जनता पार्टी ने अभी से देश के इस सबसे बड़े राज्य में सत्ता पर काबिज रहने के लिए गुणा गणित शुरू कर दी है। हाल ही में जहां केंद्रीय नेतृत्व ने वर्तमान मुख्यमंत्री और फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ को अपना चेहरा घोषित कर दिया है, वहीं बुधवार को उत्तर प्रदेश के अंदर भाजपा को एक और बड़ी सफलता तब मिली जब कांग्रेस के संस्थापकों में से रहे जितेंद्र प्रसाद बाबा साहब के बेटे और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। जितिन प्रसाद जमीनी नेता हैं और राहुल गांधी की कोर कमेटी के सदस्यों में गिने जाते थे। उनका भाजपा में शामिल होना कांग्रेश के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

जहां मुझ जैसे का सम्मान नहीं तो कार्यकर्ता बहुत दूर

भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि उन्होंने भाजपा में शामिल होने का फैसला बहुत सोच समझ कर लिया है कॉन्ग्रेस आज जिस नीतियों पर बढ़ रही है उससे उसका भविष्य उज्जवल नहीं है वहां समस्याओं का समाधान ही नहीं होता है वह खुद शीर्ष नेतृत्व होने के बाद भी अपने समर्थकों कार्यकर्ताओं को सम्मान दिला पाने में असमर्थ महसूस कर रहे थे जितिन प्रसाद ने कहा कि वह जिस दिल को छोड़ रहे हैं यह उनके लिए महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि यह महत्वपूर्ण है कि वह जिस दल में जा रहे हैं उसका पब्लिक कनेक्शन क्या है? भारतीय जनता पार्टी का भविष्य उज्जवल है। जहां कार्यकर्ता नेता सब का सम्मान है। राष्ट्रहित की सोच के साथ आगे बढ़ने वाली एकमात्र पार्टी है, जहां किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं है। दुख यह था कि जिस कांग्रेस में उनको शीर्ष नेतृत्व गिना जा रहा है, उनकी ही बात पार्टी में नहीं सुनी जा रही है। ऐसे में समर्थकों और कार्यकर्ताओं के सम्मान की बात तो अलग है। तमाम ऐसे मामले थे जिनके लिए उन्होंने खुद कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को पत्र लिखा था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उस पार्टी में कोई किसी को पूछने वाला नहीं रह गया है।

जितिन के पिता रहे थे प्रधाममंत्री के सलाहकार

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले से ताल्लुक रखने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद की राजनीतिक बैकग्राउंड बहुत अच्छी रही है। उनके पिता जितेंद्र प्रसाद बाबा साहब कांग्रेस में राष्ट्रीय लेवल के नेता थे और प्रधानमंत्री के सलाहकार रहे थे। शाहजहांपुर में कांग्रेस खेवनहार कहलाए जाते थे। उनके निधन के बाद जितिन प्रसाद ने वह जगह ले ली और शाहजहांपुर क्षेत्र में अक्सर कांग्रेस को सफलता दिलाने में जितिन प्रसाद का हाथ रहा। जितिन प्रसाद जमीनी नेता हैं और शाहजहांपुर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उनका अच्छा जन आधार माना जाता है।