न्यूज जंक्शन 24, नई दिल्ली। केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवी) के स्कूलों में सांसद, शिक्षा मंत्री, जिला कलेक्टर समेत अन्य कोटे के दाखिले खत्म करने के बाद संगठन अब एक और निर्णय लिया है। केंद्रीय विद्यालयों में अब अब सिर्फ केंद्र सरकार के एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस, दिव्यांग, सामान्य वर्ग के आरक्षण नियमों के तहत ही सीट मिलेगी। वहीं, कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को भी केंद्रीय विद्यालयों में प्रवेश (admission in Kendriya Vidyalaya) दिया जाएगा।
संगठन की आेर से जारी बयान के मुताबिक, वैश्विक महामारी कोरोना के चलते अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को पीएम केयर चिल्ड्रन योजना के तहत प्रवेश (admission in Kendriya Vidyalaya) का प्रावधान जारी रहेगा। इसके अलावा कश्मीरी विस्थापित, सैनिक, अर्धसैनिक बलों, खुफिया एजेंसियों, केवी में सेवारत कर्मियों के बच्चों, ललित कला व खेल के क्षेत्र में मेधावी और वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले बच्चों आदि को विशिष्ट प्रावधानों के तहत प्रवेश (admission in Kendriya Vidyalaya) मिलेगा। यह दाखिले भी चयन प्रक्रिया के तहत होंगे।
पिछले दिनों खत्म कर दिया गया था कोटा
पिछले दिनों केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने केंद्रीय विद्यालयो में शिक्षा मंत्री, शिक्षा मंत्रालय, प्रायोजक एंजेंसियों, अध्यक्ष, विद्यालय प्रबंधन समितियों और जिला कलेक्टर के कोटे के तहत होने वाले प्रवेश (admission in Kendriya Vidyalaya) को खत्म कर दिया था। शिक्षा मंत्री ने केवी स्कूलों के कामकाज की समीक्षा में पाया था कि ऐसे कोटे से दाखिलों के कारण छात्र-शिक्षक अनुपात और शिक्षण-अधिगम की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा केंद्र सरकार के स्थानांतरित होने वाले कर्मियों के बच्चों को भी सीट नहीं मिल पाती है। शिक्षा मंत्री ने सबसे पहले अपना कोटा समाप्त करने की घोषणा की। उसके बाद संसद में इस कोटे को समाप्त करने की बात रखी। सभी दलों से विचार-विमर्श के बाद उक्त कोटे को समाप्त करने का फैसला लिया गया है।
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