देहरादून। एसटीएफ ने अवैध एक्सचेंज मामले में बड़ी कार्रवाई की है। बांदा जेल अधीक्षक को विदेशी नंबर से कॉल कर जान से मारने की धमकी देने के मामले में एसटीएफ ने राजधानी में अवैध एक्सचेंज का भंडाफोड़ करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से दो लैपटॉप, दो सर्वर, मॉडम आदि बरामद किए गए हैं। आरोपी विदेश कॉल को लोकल कॉल में परिवर्तित कर उसे भारत और दूसरे स्थानों पर भेजता था। जिसके एवज में उसे लाखों रूपए मिलते थे।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 29 मार्च को उत्तर प्रदेश के बांदा कारागार के जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा को देहरादून के लैण्डलाईन नम्बर 0135-2613492 से मारने की धमकी दी गई थी। जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने मामला दर्ज किया था। एसएसपी एसटीएफ ने बताया यह लैण्ड लाईन नम्बर देहरादून जनपद से सम्बन्धित था, ऐसे में उत्तर प्रदेश पुलिस एवं डीओटी भारत सरकार ने जानकारी एसटीएफ से साझा की। इसके बाद एसटीएफ उस लैण्डलाईन नम्बर की तहकीकात करने में जुट गई तो नंबर स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्रा. लि, एमएम टावर के नाम से पंजीकृत पाया गया।
जब टीम इस पते पर पहुंची तो लैण्डलाईन नम्बर के मालिक के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई। इसके बाद एसटीएफ ने मैनुवल सूचना और पूर्व में जेल भेजे गए साईबर ठगों की जानकारी ली। गोपनीय जानकारी मिली कि अनुराग गुप्ता पुत्र कमल गुप्ता निवासी 18 संगम बिहार जीएमएस रोड़ थाना बसंत बिहार देहरादून हाल निवासी प्रिय लोक कालोनी सेवला कला थाना पटेल नगर देहरादून ने स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्रा. लि. कम्पनी के नाम से करीब 500 नम्बर लिए है जिनसे वह विदेशो की कॉल को इन्टरनेट पर मंगाकर भारतीय मोबाईल नम्बरों पर डायवर्ट कराता। इस काम को वह बहुत ही गोपनीय तरीके से कर रहा था।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि उसके पते की सटीक जानकारी लेते हुए जीएमएस रोड एमएम टावर के दूसरे तल पर छापा मारकर अनुराग गुप्ता पुत्र कमल गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। उसने अपनी कम्पनी स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्रा. लि. का बोर्ड ना लगाकर अपनी पहचान छिपाने के लिए दूसरी ही कंपनी का बोर्ड लगाया हुआ था। आरोपी ने अपने कार्यालय के अन्दर कॉल एक्सचेन्ज सैट अप स्थापित किया था और इस एक्सचेन्ज सैट के लिये उसने बीएसएनएल से 500 लैण्डलाईन नम्बर का एसआईपी कनेक्शन एवं इन्टरवेव टेक्नोलोजी से इन्टरनेट का कनेक्शन लिया हुआ था। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ बसन्त बिहार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। टीम ने मौके से
2 लैपटाप, 2 सर्वर, 2 सीपीयू, 1 मॉनिटर, 2 मीडिया कन्वर्टर, 1 लाईन स्विच, 3 माडम. 7 जार्च व कनेक्टिंग तार, 1 प्रिंटर तथा 1 मोबाईल फोन बरामद किया है। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि उसने यहां पर तैयार किए गए सर्वर सेट अप से वह विदेश से प्राप्त होने वाली वीओआईपी काल को लैण्डलाइन / मोबाईल नम्बर पर रूट कराता था जिसके एवज में मुझको चायना से कमीशन मिलता था। 2015 में उसने चायना टेलीकाम कम्पनी जो चायना में स्थित है उसमें वेल्यू एडिट सर्विस का कार्य किया था जहां से मेरी जान पहचान एमेंडा नामक महिला से हुई थी। एमेंडा स्नो फ्लाई आनलाईन कम्पनी को संचालित करती थी। उसकी आए दिन स्काईप एप्प और नार्मल आईएसडी काल के माध्यम से बातचीत होती रहती थी। उसने बताया था कि वह जो इन्टरनेट के माध्यम से इंटरनेशनल काल भेजेगी, उस कॉल को उसने लोकल काल में परिवर्तित कर इण्डिया एंव अन्य विदेशी स्थानों पर भेजने की बात कही।
एमेंडा बताया कि यह अवैध काम हैं और इसक बदले में उसे लाखों रूपए डॉलर दिए जाएंगे, जिसके बाद वह उसके झांसे में आ गया। इसके बाद उसने अगस्त 2023 से दिसम्बर 2023 तक जीओ कम्पनी से नम्बर एंव नेट लिया था किन्तु जीओ कम्पनी को मेरे इस अवैध कार्य की जानकारी होने पर उन्होने मेरा कनेक्शन काट दिया था। इसके बाद उसने दिसम्बर 2023 में बीएसएनएल कम्पनी से सबसे पहले पीआरआई लाइन और एक राउटर लिया था। यह लाईन चायना, हांगकांग, सिंगापुर मकाउ में स्नो फ्लाई आनलाईन कम्पनी से प्राप्त काल को कस्टमर तक भेजने के लिये लिया था। इस कार्य के लिए उसने 500 नम्बर लिए थे। जो प्रकरण जनपद बांदा में घटित हुआ था उसमें मेरी कम्पनी का सर्वर का प्रयोग किया गय था। कनाडा से एक मोबाईल नम्बर से मेरे सर्वर पर आया था जिसको मैने जेल अधीक्षक के नम्बर पर डायवर्ट कर दिया था। आरोपी इसी मामले में सोनीपत, हरियाणा तथा बिहार से जेल में जा चुका है।