नई दिल्ली। कर्नाटक की सियासत में बड़ा उलटफेर हो गया है। सोमवार को यहां के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया है। पहले उन्होंने विधानसभा में इस्तीफा देने का एलान किया था। उसके बाद राजभवन पहुंच कर उन्होंने राज्यपाल थावरचंद गहलोत को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा ऐसे समय दिया है, जब आज कर्नाटक की भाजपा सरकार के दो साल पूरे हुए हैं। ऐसे में हर किसी की नजर इस बात पर है कि अब भाजपा राज्य की कमान किसे सौंपेगी। वहीं नई दिल्ली में कर्नाटक के नए सीएम को लेकर बैठक हो रही है, जिसमें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की रेस में प्रहलाद जोशी, बीएल संतोष, लक्ष्मण सवदी और मुरुगेश निरानी का नाम शामिल है। नए मुख्यमंत्री के शपथ लेने तक बीएस येदियुरप्पा कार्यवाहक सीएम बने रहेंगे।
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का एलान करते हुए येदियुरप्पा ने कहा, उन्हें कर्नाटक के लोगों के लिए अभी बहुत काम करना है। हम सभी को मेहनत के साथ काम करना चाहिए। येदियुरप्पा ने भावुक स्वर में कहा, “मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया है। मैं जल्द ही राज्यपाल से मुलाकात करूंगा। भावुक होते हुए उन्होंने कहा कि वह हमेशा अग्निपरीक्षा से गुजरे हैं। उन्होंने कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने मुझे केंद्र में मंत्री बनने के लिए कहा, लेकिन मैंने कहा कि मैं कर्नाटक में रहूंगा।
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