उत्तराखंड निकाय चुनाव में टिकटों के वितरण के बाद कांग्रेस में बगावत की स्थिति पैदा हो गई है। पिथौरागढ़ नगर निगम मेयर के लिए अंजू लुंठी का नाम घोषित होने के बाद पार्टी में हलचल मच गई है। टिकट न मिलने से नाराज वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष मथुरादत्त जोशी ने खुला विद्रोह कर दिया है।
जोशी ने पार्टी के भीतर खनन और शराब माफियाओं को महत्त्व देने का आरोप लगाया है और दावा किया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं जैसे हरीश रावत, यशपाल आर्य और प्रीतम सिंह ने उनके दावे को हमेशा नजरअंदाज किया।
जोशी ने आरोप लगाया कि उन्हें कभी भी विधायक का टिकट नहीं दिया गया, जबकि उन्होंने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड कांग्रेस में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहकर पार्टी की मजबूती के लिए काम किया। उन्होंने पिथौरागढ़ मेयर सीट पर अपनी पत्नी रुक्मणी जोशी के लिए टिकट की मांग की थी, लेकिन उन्हें गुमराह किया गया। जोशी ने यह भी स्पष्ट किया कि वह जल्द ही यह विचार करेंगे कि वे कांग्रेस के पदों पर बने रहेंगे या नहीं।
इस बीच, पिथौरागढ़ में कांग्रेस विधायक मयूख महर के साथ युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव ऋषेन्द्र महर की पत्नी मोनिका महर ने नामांकन दाखिल कर कांग्रेस में और अधिक हलचल पैदा कर दी है।