-राज्य के युवाओं के हर हाथ में काम देखना चाहते हैं मुख्यमंत्री
-एन डी तिवारी सरकार के बाद धामी सरकार ने दिया औधोगिक विस्तार
Saurabh bajaj, newsjunction24.com
उधम सिंह नगर ( udham singh nagar) : आने वाला वक्त उत्तराखंड के युवाओं के लिए सुनहरे भविष्य का संदेश लेकर आ रहा। ऐसा सुनहरा संदेश कि उन्हें अपने घर को छोड़कर रोजगार की तलाश में सैकड़ों-हजारों किलोमीटर दूर दिल्ली-मुंबई जैसे महानगरों की धूल न फांकनी पड़े और उन्हें अपने राज्य में ही रोजी-रोटी हासिल हो सके। यह मुमकिन होने जा रहा है उधमसिंह नगर जिले के किच्छा के निकट खुरपिया में इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी की मंजूरी से। खुरपिया देश के उन 12 केंद्रों में से एक है, जिन्हें इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए पिछले सप्ताह ही केंद्र सरकार की कैबिनेट कमेटी ने मंजूरी दी है। इस सिटी की स्थापना के पीछे मुख्यमंत्री धामी की मंशा अपने राज्य के युवाओं की रोजगार की उम्मीदों को पंख देना हैं।
उत्तराखंड में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या और युवाओं में हताशा व निराशा का कारण रही है। स्थानीय स्तर पर रोजगार की अनुपलब्धता के चलते ही युवाओं को नौकरी की तलाश में अन्य प्रांतों का रुख करना पड़ता है। इसका बड़ा कारण यह रहा है कि प्रदेश में औद्योगिकीकरण की रफ्तार बेहद धीमी रही है। नारायण दत्त तिवारी सरकार के समय में पंतनगर, सितारगंज व हरिद्वार में सिडकुल की स्थापना के बाद से राज्य में सरकारों द्वारा औद्योगिकीकरण की दिशा में कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए। नतीजतन, उद्योगोन्मुख माहौल न होने के कारण प्रदेश में बड़े स्तर पर रोजगार देने वाले न तो कोई उद्योग लग पाए और न ही बड़े उद्योग सामने आए।
राज्य में धामी सरकार के सत्तासीन होने के बाद इस परिदृश्य में बदलाव आना शुरू हुआ। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के विकास की राह में खड़े इस अवरोध को समझा और इसे दूर करने की दिशा में गंभीरता से प्रयास शुरू किए। उन्होने निवेशक सम्मेलनों के जरिए देश-दुनिया के बड़े निवेशकों को आमंत्रित कर उन्हें आश्वस्त किया कि राज्य में उद्योगों के अनुकूल माहौल और बुनियादी ढांचा उपलब्ध है। अतः वे उत्तराखंड में उद्योग स्थापित करने लिए आगे आएं। इस भरोसे का यह नतीजा रहा कि प्रदेश में उद्योग स्थापित करने के लिए राज्य सरकार एवं निवेशकों के बीच 3 लाख 54 हजार करोड़ के करार पर हस्ताक्षर हुए। ये सभी करार धीरे-धीरे धरातल पर उतरेंगे तो प्रदेश के औद्योगिक माहौल की तस्वीर बदलेगी।
इन प्रयत्नों के बाद खुरपिया में इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी की स्थापना के लिए कैबिनेट कमेटी की मंजूरी को धामी सरकार की इस दिशा में बड़ी उपलब्धि के रूप में गिना जा सकता है। मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही धामी खुरपिया में इस इंडस्ट्रियल सिटी की स्थापना के लिए कोशिश में लगे थे और यहां पर साइबर सिटी विकसित करने के लिए बकायदा देश के सबसे बड़े औद्योगिक समूहों में से एक टाटा समूह से बातचीत भी हो चुकी थी। कैबिनेट की मंजूरी के बाद इस सपने को सचमुच पंख लग गए हैं।
खुरपिया की 12, 500 एकड़ जमीन में विकसित होने जा रहा है यह विशाल औद्योगिक शहर न केवल प्रदेश भर के लगभग 75 हजार लोगों को रोजगार मुहैया करवाएगा, बल्कि एक ऐसे बुनियादी ढांचे से भी संपन्न होगा जहां कर्मचारियों को आवासीय सुविधा भी उनके कार्यस्थल से पैदल दूरी पर ही उपलब्ध होगी।
इसीलिए मुख्यमंत्री धामी ने इस इंडस्ट्रियल सिटी की स्थापना को प्रदेश के विकास के लिए मील का पत्थर की संज्ञा दी। धीरज धरिए, सपना जल्द ही जमीन पर उतरने वाला है।







