देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समेत कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने मुलाकात में प्रदेश आए जुड़े कई महत्त्वपूर्ण मुद्दे उठाए। उन्होंने कुमाऊं में एम्स स्थापना का मामला भी स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष रखा। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तकरीबन सवा घंटा चली मुलाकात में धामी ने प्रधानमंत्री को केदारनाथ धाम आने और वहां दूसरे चरण के पुनर्निर्माण कार्यों के शिलान्यास के लिए न्योता दिया।
बीती चार जुलाई को मुख्यमंत्री पदभार संभालने के बाद पुष्कर सिंह धामी पहले दिल्ली दौरे पर हैं। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात में धामी ने राज्य के विकास में केंद्र सरकार के सहयोग और प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन मिलने पर उनका आभार जताया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड तेजी से विकास पथ पर आगे बढ़ रहा है। केंद्र के सहयोग से राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की गईं हैं। एम्स, ऋषिकेश उत्तराखंड को केंद्र की महत्वपूर्ण देन है। कोविड-19 की लड़ाई में इसकी बड़ी भूमिका रही है। कुमाऊं में भी एम्स की स्थापना से विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं से क्षेत्र की जनता लाभान्वित हो सकेगी। एम्स के लिए भूमि राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी। धामी ने प्रधानमंत्री से राष्ट्रीय महत्व की लखवाड़ बहुद्देश्यीय परियोजना के शीघ्र क्रियान्वयन को केंद्र सरकार की अनुमति मांगी। उन्होंने कहा कि 300 मेगावाट की इस परियोजना से यमुना नदी में जल उपलब्धता बढ़ेगी। छह राज्यों उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड व हिमाचल लाभान्वित होंगे। इस परियोजना को सभी स्वीकृतियां मिल चुकी हैं। केंद्र सरकार के आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति की स्वीकृति मिलना बाकी है। इससे परियोजना का निर्माण कार्य प्रारंभ हो सकेगा।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि केदारनाथ धाम में 108.78 करोड़ की लागत से दूसरे चरण के निर्माण कार्य शुरू होने हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री से निर्माण कार्योँ के शिलान्यास या वर्चुअल शिलान्यास करने के लिए समय देने का अनुरोध किया। प्रधानमंत्री मोदी के तय से अधिक समय दिए जाने से मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री के उत्तराखंड से लगाव एवं चिंतन का परिचायक है।