कोरोना की तीसरी लहर : बच्चों की सुरक्षा पर DGHS ने जारी की गाइडलाइन, बताया किसे है मास्क जरूरी किसे नहीं। पढ़िए दवाओं पर क्या कहा

309
खबर शेयर करें -

 

नई दिल्ली : कोरोना महामारी में अब तीसरी लहर को लेकर चिंता जताई जा रही है। इस को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के स्वास्थ्य महानिदेशालय (DGHS) ने बच्चों की हिफाजत के लिए गाइडलाइन जारी की है। जिसमें बताया गया है कि किस उम्र के बच्चों को मास्क पहनना जरूरी है किस उम्र के बच्चों को नहीं। इसके अलावा संक्रमित होने पर किन बच्चों को कौन सी दवा किस मात्रा में दी जाएगी इस बाबत भी एडवाइजरी दी गई है।

18 साल से कम उम्र के बच्चों व किशोरों में कोरोना संक्रमण को लेकर इलाज व बचाव के लिए DGHS ने गाइडलाइन दिया है। इसके अनुसार संक्रमित बच्चों के इलाज में रेमडेसिविर इंजेक्शन का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा और संक्रमण की जांच के लिए सीटी स्कैन का भी तर्कसंगत तरीके से उपयोग किया जाए। इसके अलावा बच्चों के कोरोना संक्रमण के उपचार के लिए स्टेरॉयड को भी नुकसानदेह बताया गया है। DGHS ने स्टेरॉयड की पर्याप्त खुराक का सही समय पर, सही मात्रा में और पर्याप्त खुराक का ही उपयोग किया जाए।

रेमडेसेविर इंजेक्शन के इस्तेमाल के लिए DGHS ने स्पष्ट कहा है कि 3 साल से 18 साल के आयुवर्ग में इससे सही होने के पर्याप्त आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में बच्चों में रेमडेसिविर का इस्तेमाल न किया जाए। इसके अलावा सीटी स्कैन के तर्कसंगत उपयोग की सलाह देते हुए DGHS ने कहा है कि सीने के स्कैन से उपचार में बेहद कम मदद मिलती है। ऐसे में चिकित्सकों को चुनिंदा मामलों में ही कोविड-19 मरीजों में एचआरसीटी कराने का निर्णय लेना चाहिए। उल्लेखनीय है कि महामारी की तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक साबित होने की संभावना जताई गई है। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार की ओर से ये गाइडलाइंस जारी किए गए हैं।