देहरादून। चुनाव को अब कुछ ही महीने शेष रह गए हैं, मगर कांग्रेस में एकजुटता दिखाई नहीं दे रही है। पार्टी की परिवर्तन यात्रा भी पार्टी के अंदर कोई परिवर्तन नहीं ला सकी है। एक प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह में रार दिखाई देने लगी है। कांग्रेस के 37 टिकट तय होने को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने गुरुवार को बयान दिया था, मगर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने टिकट तय होने से असहमति जाहिर की है।
प्रीतम ने कहा कि टिकट तय करने की एक प्रक्रिया है, नेता प्रतिपक्ष होने के नाते वह भी उस प्रक्रिया का हिस्सा हैं। अभी ऐसी कोई बैठक नहीं हुई और न कोई टिकट फाइनल हुआ है। गोदियाल के बयान से प्रीतम की असहमति को पार्टी के अंतर्विरोध के तौर पर देखा जा रहा है।
वहीं, गोदियाल के मुताबिक, भाजपा के धनबल के आगे घुटने न टेकने वाले एवं वर्तमान विधायकों का टिकट लगभग तय है। वर्ष 2012 में कांग्रेस के 32 विधायक थे। इनमें से नौ विधायक कांग्रेस छोड़कर चले गए। 21 विधायक पार्टी के साथ मजबूती के साथ खड़े रहे। 2017 में पार्टी के 11 विधायक ही चुनाव जीते। इनमें से इंदिरा हृदयेश, प्रीतम सिंह, फुरकान अहमद व हरीश धामी 2012 में भी विधायक रहे। मीडिया के पूछने पर गोदियाल के इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि उन्हें भी अखबारों से ही टिकटों के तय होने की जानकारी मिली। बकौल प्रीतम, अभी ऐसा कुछ नहीं है। अभी से किसी के टिकट तय नहीं हुए।
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