परिवार के सोने के दौरान घर में धधक गई आग, बमुश्किल बचाई जान

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देहरादून। चकराता में भीषण अग्निकांड हो गया। परिवार के सोने के दौरान घर में आग धधक गई। लपटें और धुआं उठने पर परिवार की नींद खुली और किसी तरह बाहर निकल कर अपनी जान बचाई।

जानकारी के अनुसार चकराता तहसील के म्यूँढा गांव निवासी टीकम सिंह चौहान के देवदार की लकड़ी से बने तीन मंजिला मकान में भीषण आग लग गई। पीड़ित भवन स्वामी टीकम सिंह चौहान ने बताया है कि घटना के समय उनकी मां मकान के आखिरी कमरे में सो रही थी, आग की लपटों से निकल रहें धुआं और दुर्गंध आने से अचानक से उनकी आंख खुली तो आग की लपटे देखकर दंग रह गई।

उन्होंने बताया कि बाहर निकलने के लिए मकान की दोनों साइड पर दरवाजे बने होने से मां दूसरे रास्ते से बाहर निकल गई। पास के दूसरे मकान में परिवार के अन्य सदस्य सो रहे थे। मां ने शोर मचाकर सभी को जगाया। लेकिन तब तक आग ने मकान को अपने आगोश में ले लिया था। परिवार के सदस्यों सहित सभी ग्रामीणों ने पानी की बाल्टी से आग पर काबू करने की कोशिश की गई।

गनीमत रही की आसपास के मकान तक पहुंचने से पहले ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पा लिया गया।सूचना के आधार पर मौके पर पहुंचे राजस्व उपनिरीक्षक जयालाल शर्मा ने बताया कि प्रथम दृष्टया मकान में आग लगने का कारण बिजली की तार में शॉट सर्किट है। मामले की जांच की जा रही है। पीड़ित परिवार की लिखित तहदीर आने पर नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट उच्च अधिकारीयों को प्रेषित की जाएगी।