न्यूज जंक्शन 24, लखनऊ। यूपी विधानभवन के सामने भाजपा कार्यालय के गेट के पास पूर्व संविदाकर्मी ने आत्मदाह कर लिया। उसके साथ में पत्नी व भूखे बच्चे भी थे। चीखपुकार मचने पर आननफानन पुलिस ने कंबल डालकर आग बुझाई और उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों के मुताबिक, शख्स करीब 60 फीसदी जला है।
पुलिस के मुताबिक, बलराम बिजली विभाग में संविदाकर्मी था। बलराम की पत्नी सोनिया ने मकान मालिक मनीष पाल पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। साथ ही आम्रपाली चौकी इंचार्ज रमापति पर शिकायत नहीं सुनने का भी आरोप है। डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक के मुताबिक, बलराम का इलाज सिविल अस्पताल में चल रहा है। बलराम की पत्नी जो तहरीर देंगी, उसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, ठाकुरगंज आम्रपाली चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है।
सोनिया के मुताबिक, करीब पांच महीने पति की नौकरी छूटने से किराया नहीं दे पा रहे थे। नौ हजार रुपये बकाया था। कर्ज लेकर छह हजार रुपये मकान मालिक मनीष को दिया था, बाकी तीन हजार के लिए वह दबाव बना रहा था। मोहलत मांगने पर अभद्रता करता था।
नौकरी छूटने के कारण बच्चों वैदिक, आयुष, माही और पीहू का स्कूल छूट गया। दो दिन से भूखे थे। आर्थिक तंगी के कारण राशन तक का इंतजाम नहीं हो पा रहा था। सिविल अस्पताल में भर्ती संविदाकर्मी के भूखे बच्चों के लिए देर रात को हजरतगंज पुलिस ने खाने पीने का इंतजाम किया। दरोगा निशा ने हमराही के साथ मिलकर किसी तरह बच्चों को चुप कराया और फिर खाना खिलाया। प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज अखिलेश मिश्रा ने पानी, बिस्कुट व अन्य सामग्री का इंतजाम किया।
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