देहरादून। उत्तराखंड बोर्ड की 12 वीं की परीक्षाओं को निरस्त कर दिया गया है। शुक्रवार को शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने इसका आदेश जारी कर दिया है। हालांकि जिन छात्रों को लगता है कि वह एग्जाम दे कर अच्छे मार्क ला सकते हैं, उसकी परीक्षा कराने की अनुमति दी जाएगी। इससे पहले उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं की परीक्षाएं भी रद्द की जा चुकी हैं।
बीते दिनों सरकार ने इस बाबत निर्णय लिया था, जिसके बाद शुक्रवार काे इस संबंध में शिक्षा सचिव की ओर से आदेश जारी किया गया है। कोविड की तीसरी लहर से बच्चों के कोरोना संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होना ही बोर्ड परीक्षाओं के रद्द होने का कारण माना जा रहा है। वैसे भी बीते एक साल से अधिक समय से जारी कोरोना महामारी के कारण बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हुई है। उत्तराखंड बोर्ड की 12वीं की परीक्षा के लिए एक लाख 23 हजार से अधिक बच्चे पंजीकृत हैं, जिन्हें वैक्सीन भी नहीं लगी है।
पहले प्रतियोगी परीक्षाओं की तर्ज पर परीक्षा कराने की थी तैयारी
सरकार 12वीं की परीक्षा पहले प्रतियोगी परीक्षाओं की तर्ज पर कराने की तैयारी में थी, जिसमें छात्रों से बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम का कहना था कि अगर इस तरह की परीक्षा होती तो तीन के बजाय डेढ़ घंटे का पेपर होता, मगर अब परीक्षा निरस्त करने का आदेश जारी करना पड़ा।
10वीं की परीक्षा पहले ही हो चुकी है रद
उत्तराखंड बोर्ड के 10वीं की परीक्षा पहले ही रद हो चुकी है। इन कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को प्रमोट करने के लिए मानक तय करने शुरू कर दिए गए हैं। नौवीं में मिले अंकों के आधार पर छात्रों को 10वीं में नंबर दिए जाएंगे।