स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, होम आइसोलेशन में 81वर्षीय मरीज की मौत, रातभर घर में रहा शव

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न्यूज जंक्शन 24, बरेली।

जिले में कोरोना संक्रमित 81 साल के बुजुर्ग के साथ बड़ी लापरवाही की। उन्हें होम आइसोलेट कर दिया। बीती रात उनकी घर में मौत हो गई। रातभर उनका शव घर में ही पड़ा रहा। सुबह शव उठाने के लिए कोई कर्मचारी भी नहीं पहुंचा। मृतक के बेटों ने कोरोना से बचाव के साधनों का इंतजाम कर शव उठवाया।
घरवालों का आरोप है कि वह बीते 2 सितंबर से होम आइसालेशन में थे। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम सिर्फ एक बार उनके घर गई थी और स्वास्थ्य की जानकारी ली थी। उसकेे बाद कोई घर नहीं आया।

नगर निगम के पार्षद राजेश अग्रवाल ने बताया कि उनके पड़ोस में 81 वर्षीय बुजुर्ग कोरोना पाजिटिव आए थे और होम आइसोलेशन में थे। बीती रात उनकी मौत हो गई लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित मृतकों में उनका नाम नहीं दिखाया। इतना ही नहीं, अंतिम संस्कार के लिए भी कोई शव वाहन नहीं भेजा। कई बार कहने के बाद शव वाहन आया तो उसमें कोई कर्मचारी नहीं था। ऐसे में दोनों बेटो ने पीपीई किट पहनकर पिता का शव उठाया और शव वाहन में रखा। पार्षद राजेश अग्रवाल ने कहा कि संक्रमितों के शव को वाहन में रखने केे लिए कोई कर्मचारी नहीं होना बेहद दुखद है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर निगम की सीमा में किसी संक्रमित की मौत होती है तो परिजनों को असुविधा होने पर वह प्राइवेट आदमी भेजकर शव का अंतिम संस्कार कराने की जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं।

बुजुर्ग को होम आइसोलेट करने पर उठ रहे सवाल

पार्षद राजेश अग्रवाल ने 81 वर्षीय बुजुर्ग को होम आइसोलेट करने पर सवाल उठाया। उनका कहना था कि बुजुर्ग की तबियत कई दिन से खराब थी। दो साल पहले गंभीर बीमारी का इलाज भी हो चुका था। इसके बाद भी जब रिपोर्ट पाजिटिव आई तो उनको होम आइसोलेशन की अनुमति दे दी गई जबकि उनको कोविड-19 अस्पताल में भर्ती करना चाहिए था।