पिता ने लिंग परिवर्तन कराने को नहीं दिए पैसे तो समलैंगिक बेटा बन गया कातिल, पिता, मां, बहन और दादी के खून से रंग लिए हाथ

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आरोपी (लाल घेरे में) अपने पिता, बहन व मां के साथ।
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नई दिल्ली। हरियाणा के रोहतक में एक सनसनीखेज वारदात हुई है। यह वारदात जितनी चौंकाने वाली है, उससे भी कहीं ज्यादा इसकी वजह है। पुलिस की पड़ताल में जो बात निकलकर सामने आई, उसे सुनकर सभी के पैरों तले जमीन खिसक गई।

वारदात जिले के विजय नगर में हुई, जहां एक युवक ने अपने माता-पिता, बहन और दादी की हत्या कर दी। इसकी सूचना मृतक के साले प्रवीण ने पुलिस को दी थी। कहा था कि किसी ने सोनीपत जिले के गांव मदीना निवासी उनके जीजा बबलू पहलवान विजय नगर में 20 साल से रह रहे थे। वह प्रॉपर्टी डीलर थे। अब उनकी, बहन बबली व मां रोशनी, भांजी नेहा उर्फ तमन्ना की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। चार लोगों की इस तरह हत्या से पुलिस के भी कान खड़े हो गए थे।

पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। जांच के बाद पुलिस ने बबलू मलिक के बेटे 20 वर्षीय अभिषेक उर्फ मोनू को गिरफ्तार कर पांच दिन की रिमांड पर ली तो उसने कई राज खोल दिए। पुलिस का कहना है कि अभिषेक अपने दोस्त कार्तिक के साथ रहना चाहता था। लिंग परिवर्तन कराने के लिए पिता से पैसे मांगे। पैसे देने से मना करने पर परिजनों की हत्या कर दी।

डीएसपी मुख्यालय के गोरखपाल राणा ने बताया कि अभिषेक और उसके दोस्त कार्तिक के बीच समलैंगिक संबंध हैं। संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए आरोपी अपना लिंग परिवर्तन कराना चाहता था। इसके लिए उसने पिता से पैसे मांगे थे। इस पर पिता ने अभिषेक को जमकर डांटा था। साथ ही उसे रुपये भी देने से मना कर दिया था। पिता से रुपये नहीं मिलने के कारण अभिषेक 20 दिनों से परेशान चल रहा था। उसने दिल्ली से अपने दोस्त को रोहतक बुलाया। इस दौरान दोनों शहर के एक होटल में दो दिन तक ठहरे रहे। इसके बाद अभिषेक ने रुपये न मिलने से नाराज होकर वारदात को अंजाम दे दिया। हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए अभिषेक ने घर में रखे अपने पिता के 32 बोर के अवैध रिवाल्वर का उपयोग किया था। पुलिस ने जांच में अवैध रिवाल्वर, आरोपी के कपड़े, जेवर व मोबाइल फोन जब्त कर लिया है। पुलिस की जांच पूरी हो गई है।

पुलिस के मुताबिक वारदात के बाद आरोपी अभिषेक ने अपने पिता का सोने का कड़ा व मां का मंगलसूत्र निकाल लिया था, ताकि वारदात को लूट का रूप दिया जा सके। जल्दबाजी में आरोपी ने घर के दरवाजे बंद कर दिए और चाबी अपने साथ ले गया। इससे पुलिस का शक और गहरा गया, क्योंकि कोई भी व्यक्ति वारदात के बाद दरवाजा बंद कर चाबी लेकर नहीं जाएगा। वह पूरे घर की चाबी ढूंढने के बजाय फरार होना चाहेगा लेकिन इस केस में ऐसा नहीं था।

पुलिस का मानना है कि अभिषेक को हथियारों के बारे पहले से समझ थी। पुलिस के हाथ कई पुराने फोटो लगे हैं, जिसमें वह अपने पिता के पास बैठकर हथियार हाथ में लिए हुए है। हत्या से पहले उसने ऑनलाइन वीडियो भी देखी थी, किस तरह हत्या की जा सकती है।

दोस्त के खिलाफ सुबूत नहीं

पुलिस का कहना है कि अभी तक हत्यारोपी के दोस्त कार्तिक के खिलाफ कोई सुबूत नहीं मिले हैं। उसके खिलाफ जांच चल रही है। अभी उसे क्लीनचिट नहीं दी गई है। सुबूत मिले तो उसे भी जरूर गिरफ्तार किया जाएगा।

 

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