नहर के एक छोर पर युवक कर रहा था शौच, दूसरे छोर पर बाघिन आ गई पानी पीने। जानिए फिर क्या हुआ

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न्यूज जंक्शन 24, पीलीभीत।

जिले के कलीनगर में खारजा नहर पटरी पर अब बाघिन का डेरा जम गया है। शुक्रवार को जब एक युवक नहर किनारे शौच को गया तो वहां दूसरे छोर पर बाघिन को पानी पीते देख होश उड़ गए। हालत यह हुई कि युवक ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई। जल्दबाजी में भागने के चक्कर मे वह कई जगह गिरा तो उसके पैर में चोट भी आ गई। युवक ने इसकी गांव आकर जानकारी दी। वन विभाग की टीम ने मौके पर जाकर गांव से नहर तक बाघिन के पदचिन्हों को ट्रेस किया है। लोगों से नहर किनारे न जाने का अलर्ट जारी किया गया है।

देखे जा रहे हैं बाघिन और शावक

क्षेत्र के गांव डगा से खारजा नहर पटरी तक बीते बीस दिनों से बाघिन और उसके शावकों की मौजूदगी देखी जा रही है। शुरूआती दौर में तो बाघिन कम ही दिखाई देती थी लेकिन बीते सप्ताह भर से उसकी चहल कदमी बढ़ गई है। इससे हर कोई खाौफ में है। अब बाघिन ने डगा से हटकर खारजा नहर पटरी पर ही डेरा जमा लिया है। तीन दिनों से नहर पर दिखने के बाद शुक्रवार को फिर बाघिन की लोकेशन नहर किनारे देखी गई है। शुक्रवार को माधोटांडा का युवक नहर किनारे शौच करने गया था। जैसे ही वह नहर किनारे पहुंचा तो देखा कि नहर के दूसर छोर पर बाघिन पानी पी रही थी। बाघिन को इस हाल में देखकर युवक का पसीना छूट गया और बिना शौच किए ही वह उल्टे पांव वहां से भागने लगा। भागने के दौरान वह कई जगह गिरा तो पैर मे भी चोट हो गई। हो हल्ला होने पर आसपास के लोग जब नहर किनारे पहुंचे तो बाघिन झाड़ियों में जाकर छिप गई। सूचना पर वन विभाग की टीम ने मौके पर जाकर पदचिंहों को ट्रेस किया है और लोगों से नहर किनारे न आने की बात कही। गुरुवार की रात भी बाघिन की लोकेशन देखे जाने पर टीम मौके पर गई थी।

नहर पटरी की सफाई न होने से हो सकती है घटना

खारजा नहर पटरी और खटीमा रोड किनारे खड़ी झाड़ियों की सफाई लंबे समय से नहीं हो सकी है। झाड़ियां इतनी बड़ी हो गई है कि पेड़ हो गए है। इनकी सफाई न होने से कई वन्यजीव इसमें ही छिपे रहते हैं। अब झाड़ियों की सफाई न होने से वहां घूम रही बाघिन के लिए सबसे सुरक्षित ठिकाना झाड़ी हो गई है। नहर का पानी पीने के बाद बाघिन यहीं पर डेरा जमा लेती है। इधर झाड़ियों में ही बाघिन को भोजन भी आसानी से मिल रहा इसका प्रमाण वहां पड़े मृत पशुओं के अवशेष है। यदि झाड़ियों की सफाई नहीं होती है तो बाघिन कभी भी बाघिन राहगीरों पर हमला कर सकती है।