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हरिद्वार : प्रदेश सरकार का भ्रष्टाचार और भूमाफिया के खिलाफ चल रहे अभियान में मंगलवार को अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई सामने आई है। नगर निगम हरिद्वार भूमि घोटाले की जांच रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी Pushkar Singh Dhami के निर्देश पर IAS डीएम करमेंद्र सिंह, पूर्व नगर आयुक्त और एसडीएम सहित 10 अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है, जबकि दो अधिकारियों का सेवा विस्तार समाप्त कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस नीति अपना कर चल रहे हैं। हरिद्वार नगर निगम ने 54 करोड़ की लागत से सराय में 33 बीघा भूमि खरीदी थी, इस भूमि को 15 करोड़ में खरीदा जाना था। यह प्रकरण तब का है, जब हरिद्वार के डीएम के पास नगर निगम के प्रशासक का कार्यभार भी था। प्रकरण तब खुला, जब हरिद्वार नगर निगम के नवनिर्वाचित बोर्ड की बैठक में सदस्यों ने भूमि खरीद में नियमों को ताक पर रखने का मुद्दा उठाया।
इस प्रकरण आर सख्त मुख्यमंत्री धामी ने पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच सतर्कता विभाग से कराए जाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही भूस्वामियों को दिए गए धन की रिकवरी सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश भी दिए गए हैं।