बरेली। चीन में कोरोना वायरस और दिल्ली में हुई हिंसा के कारण इस बार होली के बाजार में महंगाई का गुलाल उड़ता नजर आएगा। होली आने में गिनती के दिन रह गए। अभी तक बाजार में न तो पर्याप्त रेडीमेड कपड़े पहुंच पाए हैं और न ही होली के रंग और पिचकारी पहुंची हैं। इस बार सप्लाई कम रहने के कारण दामों में 15 से 20 फीसदी तक उछाल आना तय है।
होली पर बाजार में चाइनीज पिचकारियों की जमकर बिक्री होती है। चाइनीज पिचकारियों के साथ ही चीन के मुखौटे, मैजिकल बैलून, पेस्ट कलर आदि भी खूब आते हैं। इस बार कोरोना वायरस के कारण चीन से सामान नहीं आ पा रहा है। इस कारण व्यापारियों को मेक इन इंडिया का सहारा लेना पड़ रहा है। भारतीय पिचकारियां चाइनीज पिचकारियों की तुलना में 10 से 15 फीसदी महंगी भी हैं। यही कारण है कि पिछले साल के मुकाबले इस बार पिचकारियों के लिए आपको जेब ज्यादा ढीली करनी होगी। चाइनीज पिचकारियों की तमाम वैयायटी तो ऐसी हैं जो भारतीय कंपनियां बनाती भी नहीं हैं। ऐसे में इस बार डिजाइनर पिचकारियों की कमी महसूस होगी।
नही आ पा रहे रेडीमेड कपड़े
दिल्ली में हिंसा होने के कारण रेडीमेड कपड़ों का स्टाक भी नहीं आ पाया है। किसी भी त्योहार के मुकाबले होली पर सबसे ज्यादा कपड़ों की बिक्री होती है। अभी तक स्टाक नहीं आ पाने के कारण दुकानों पर कपड़ों की लेवलिंग और डिस्प्ले का काम भी नहीं हो पाया है। कारोबारी पुराने स्टॉक को ही डिस्प्ले में लगाने पर मजबूर हैं। एक मोटे अनुमान के मुताबिक दिल्ली से करीब 80-100 करोड़ रुपये के रेडीमेड कपड़े नहीं आ पाए हैं। हालांकि स्थिति सामान्य होने से अगले दो-तीन दिनों में माल पहुंचने की उम्मीद है।
मेक इन इंडिया के रंग में रंगी होली
कारोबारी विकास नागपाल ने बताया कि कोरोना के कारण चाइना से माल नहीं आ पाया है। पुराने स्टॉक से काम चलाया जा रहा है। भारतीय कंपनियों की बनी पिचकारी बाजार में हैं। यह जरूर है कि पिछले साल के मुकाबले इस बार दामों में कुछ उछाल आया है। इससे बाजार के ठंडे रहने की आशंका से व्यापारी परेशान हैं।
होली पर नहीं पड़ेगा असर
सेलेक्शन प्वाइंट के एमडी नरेंद्र गुप्ता ने बताया कि पिछला एक हफ्ता कुछ ठंडा गया था। अब जैसे-जैसे दिल्ली में स्थिति शांत हुई है, वैसे-वैसे ही कारोबार में भी रफ्तार आने लगी है। हमें पूरी उम्मीद है कि दो-तीन दिनों में होली का बाजार पूरी तरह से सज जाएगा। अब वैसे भी किसी त्योहार पर हफ्ता भर ही खरीददारी होती है। होली पर भी यही होगा।
मेक इन इंडिया को मिलेगा बढ़ावा
व्यापारी नेता अतुल शर्मा ने कहा कि होली पर चाइनीज उत्पाद नहीं आने से मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलेगा। जो लोग दस-बीस रुपये के चक्कर में भारतीय कंपनियों के बने उत्पाद नहीं लेते थे, उनको इस बार माल लेना ही होगा। जहां तक रेडिमेड कपड़ों की बात है तो होली के तीन-चार दिन पहले तक पूरा बाजार सज जाएगा।