बरेली। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों को आदर्श स्कूल के रुप में विकसित करने के लिए राज्य परियोजना निदेशक ने सभी जिलों में दिशा निर्देश भेजे हैं। आदर्श स्थिति प्राप्त करने पर बीएसए और उनकी टीम का सम्मान किया जाएगा।
पूरे प्रदेश में 746 कस्तूरबा स्कूलों का संचालन हो रहा है। बरेली में इनकी संख्या 18 है। पिछले वर्ष सितंबर में अपर मुख्य सचिव ने स्कूलों को सुधारने के लिए गाइडलाइन जारी की थी। उसके बाद भी स्कूलों की दशा में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ। अब राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद ने दिशा निर्देश जारी किए हैं। स्कूल भवनों की रंगाई-पुताई कर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने को कहा गया है। स्कूलों में बायोमैट्रिक अटेंडेंस, सीसीटीवी कैमरे, टीवी, अग्निशमन यंत्र आदि की व्यवस्था होगी। इंसीनरेटर भी लगाया जाएगा। रसोई कक्ष में भी हैंडवाश की सुविधा होगी। सभी कक्षा कक्षों में लर्निंग कार्नर बनाए जाएंगे। स्कूल की चाहरदीवारी कम से कम छह फिट ऊंची होनी चाहिए।
हर छात्रा लगाएगी एक पौधा
स्कूल में हर हाल में किचन गार्डन भी विकसित करने को कहा गया है। स्कूल में बागवानी की भी व्यवस्था हो। हर छात्रा से कम से कम एक पौधा जरुर लगवाया जाएगा। हर स्कूल में ताला युक्त सुझाव पेटिका होगी, जिसे बीएसए की उपस्थिति में खोला जाएगा। समस्याओं का त्वरित निस्तारण करने को कहा गया है। बीईओ को अपने क्षेत्र के बा स्कूल का नोडल अधिकारी नामित किया जाएगा। उत्कृष्ट कार्य करने पर उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
सभी स्कूलों को भेजे जा रहे निर्देश
बालिका शिक्षा के जिला समन्वयक चंद्रभान सिंह ने बताया कि सभी बा स्कूलों को निर्देश भेजे जा रहे हैं। स्कूलों की दीवारों पर बाल अधिकार, पॉक्सो एक्ट की धाराएं और विभिन्न हेल्पलाइन नंबर भी लिखवाए जाएंगे। स्कूलों के सौंदर्यीकरण का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा।