न्यूज जंक्शन 24, बरेली। कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या दिन मंगलवार 25 अक्टूबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखेगा। यह सूर्य ग्रहण सूक्ष्म रूप से दिखाई पड़ेगा। सूर्य ग्रहण 16:38 पर स्पर्श,17:02 पर मध्य,17:22 पर मोक्ष होगा। यह सूर्य ग्रहण तुला राशि एवं स्वाति नक्षत्र पर पड़ रहा है।
इन राशि वालों के लिए शुभ
धनु, मीन, कर्क एवं सिंह राशि वालों के लिए शुभ शुभ परिणाम देखने को मिलेंगे। वृश्चिक, कुंभ, मेष, मिथुन राशि वालों के लिए मध्यम परिणाम देखने को मिलेंगे। तुला, मकर, वृषभ एवं कन्या राशि वालों के लिए अशुभ परिणाम देखने को मिलेंगे।
सूतक हो चुका शुरू
यह सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पूर्व से आरंभ हो चुका है। ग्रहण के मोक्ष के साथ ही सूतक का समापन हो जाएगा। ग्रहण काल की अवधि में भोजन करना निषेध है। वैष्णव साधु महात्मा ग्रहण के मोक्ष के समय सूर्यास्त हो जाने से दूसरे दिन 26 अक्टूवर बुधवार को सूर्य दर्शन करके ही भगवान की पूजा आरती आदि करेंगे।
शाम को करें आरती
25 अक्टूबर की शाम को भगवान की सेवा पूजा आरती भोग आदि 17:22 बजे के बाद सूक्ष्म विधि से ही करें। विधिवत पूजन 26 अक्टूबर को सूर्योदय के बाद ही करेंगे। गर्भवती महिलाएं सूतक लगते ही अपने बाह(हाथ) या कमर में कुश अवश्य बांध लें। ग्रहण काल के पहले अपने पेट पर देशी गाय का गोवर अवश्य लगा लें।
ग्रहण काल में नहीं सोएं
ग्रहण काल में गर्भवती स्त्रियों को सोना निषेध है। गर्भवती महिलाएं ग्रहण के सूतक में एवं काल में किसी चीज को काटने का कार्य न करें एवं उल्टे सीधे तरीके से न बैठें। न ही किसी प्रकार का गुस्सा करें। भगवान का भजन कल्याणकारी होगा एवं वृद्ध रोगी एवं बालकों को सूतक में दवा एवं भोजन कर लेना चाहिए जिन जातकों ने दीक्षा( मन्त्र )ले रखी, शरीर वृद्ध है, अस्वस्थ है, असमर्थ है, वह महानुभाव सूक्ष्म फलाहार कर सकते हैं। नौजवान जातकों को चाहिए कि वह ग्रहण काल में व्रत रखें और सिर्फ भगवान का भजन कीर्तन व पाठ करें।