हल्द्वानी। प्रदेश से एक बड़ी खबर आ रही है। कांग्रेस की दिग्गज नेता एवं नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा हृदयेश का निधन हो गया है। दिल्ली में उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिसके चलते उनका निधन हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और विधायक संजीव आर्य ने ट्वीट कर इसकी पुष्टि की है। इस खबर से कांग्रेसियों सहित प्रदेश की राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई है। हल्द्वानी स्थित उनके आवास पर कांग्रेसियों और इंदिरा के समर्थकों की भीड़ जुटने लगी है। इसके साथ ही विपक्षी नेता भी श्रदांजलि देने पहुंचने लगे हैं।
कांग्रेस संगठन की बैठक में शामिल होने गईं थीं
नेता प्रतिपक्ष दिल्ली में कांग्रेस संगठन की बैठक में शामिल होने गईं थीं। वह उत्तराखंड सदन नई दिल्ली में ठहरी हुईं थीं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह भी उत्तराखंड सदन में मौजूद थे। बीते रोज प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के साथ उनकी बैठक हुई थी। रविवार की सुबह उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनका निधन हो गया। डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें हृदयाघात हुआ था। कुछ समय पहले ही वह कोरोना से उबरी थीं और उनकी हार्ट संबंधी सर्जरी भी हुई थी। उनके बेटे सुमित भी दिल्ली पहुंच रहे हैं।
डा. इंदिरा के निधन पर प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है, उत्तराखंड अौर कांग्रेस को गहरा आघात।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी नेता प्रतिपक्ष डा इंदिरा हृदयेश के निधन पर गहरा दुख जताया है। वहींं पूर्व सीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि अभी-अभी कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री डॉक्टर इंदिरा हृदयेश के निधन का दुखद समाचार मिलकर मन अत्यंत दुखी है। इंदिरा बहिन ने अपने लंबे राजनीतिक जीवन में कई पदों को सुशोभित किया और विधायिका के कार्य में पारंगत हासिल की। बहन का जाना मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति है।
वहीं, नैनीताल विधायक संजीव आर्य ने दुख जताते हुए ट्वीट किया है, अत्यंत दुखद नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश का निधन। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे और शोक संतृप्त परिवार को यह वियोग सहन करने की शक्ति दे।