महंत नरेंद्र गिरि सुसाइड Update : हरिद्वार पहुंचकर शिष्य आनंद गिरी को यूपी पुलिस ने किया गिरफ्तार, ले गई साथ

439
आनंद गिरी
खबर शेयर करें -

देहरादून। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थित में मौत के मामले में उनके शिष्य आनंद गिरी को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यूपी की सहारनपुर पुलिस और एसओजी की टीम रात 10 बजे हरिद्वार पंहुची थी। यहां डेढ़ घंटे की पूछताछ के बाद पुलिस आनंद गिरी को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई।

श्रीमहंत नरेंद्र गिरि का शव सोमवार शाम को प्रयागराज स्थित बाघंबरी पीठ में कमरे से बरामद हुआ। उनका शव पंखे से बंधे गमछे के फंदे से लटक रहा था। पुलिस को शव के पास से सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें उनके शिष्ट संत आनंद गिरि पर परेशान करने का जिक्र था। इसके बाद प्रयागराज पुलिस ने आनंद गिरि को हिरासत में लेने के लिए हरिद्वार पुलिस से संपर्क किया था और रात में यूपी पुलिस ने हरिद्वार पहुंचकर आनंद गिरी को गिरफ्तार कर लिया।

महंत नरेंद्र गिरी का फंदे से लटकता मिला था शव

यह भी पढ़ें : प्रयागराज आश्रम में फंदे से लटका मिला अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का शव, कठघरे में उनका शिष्य। पढ़िये रहस्यमयी मौत…

आनंद गिरी ब्रह्मलीन नरेंद्र गिरि के सबसे करीबी शिष्य थे। बाघंबरी पीठ की गद्दी और संन्यास परंपरा के उल्लंघन को लेकर इसी साल मई में गुरु-शिष्य के बीच दूरियां बढ़ गई थीं। हालांकि, बाद में नरेंद्र गिरि ने आनंद को माफ कर दिया था।

वहीं, आनंद गिरि ने इस घटना को बड़ी साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि गुरु-शिष्य के बीच कोई विवाद नहीं था। पहले जो विवाद हुआ था, वह भी दूर हो गया था। सारे मतभेद दूर हो गए थे। उनको मार कर मुझे फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। मामले की निष्पक्ष जांच हो, दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। गुरु जी आत्महत्या नहीं कर सकते हैं। जो सुसाइड नोट मिला है, उसकी हैंड राइटिंग की भी जांच की जानी चाहिए। गुरु जी कभी भी इतनी लंबी चिट्ठी नहीं लिखते थे। वह हमेशा तीन से चार लाइनें ही लिखते थे। अब तीन से चार पन्नों को वसीयतनुमा सुसाइड नोट मिलन पूरी तरह साजिश है।

खबरों से रहें हर पल अपडेट :

हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

हमारे यूट्यब चैनल से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

हमारे टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें।