लालकुआं। जम्मू कश्मीर के बारामुला में पिछले साल आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए हवलदार गोकर्ण सिंह को मरणोपरांत सेना मेडल से सम्मानित किया जाएगा। मूल रूप से पिथौरागढ़ जनपद के मुनस्यारी ब्लॉक के नापड़ गांव निवासी शहीद गोकर्ण सिंह का परिवार वर्तमान में मोटाहल्दु की पदमपुर देवलिया में रहता है।
गोकर्ण सिंह भारतीय सेना की 21 कुमाऊं रेजिमेंट के हवलदार थे। वह दिसंबर 2020 में सेवानिवृत्त होने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही वह वीरगति को प्राप्त हो गए। एक मई 2020 को बारामुला में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए उन्होंने अपने प्राणों को देश की मिट्टी के लिए न्यौछावर कर दिया था। इस दौरान उन्होंने अदम्य साहस और पराक्रम दिखाया था। उनकी इसी वीरता को देखते हुए भारत सरकार की आेर से मरणोपरांत सेना मेडल दिया जा रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से शहीद गोकर्ण सिंह की वीरांगना गीता देवी को यह मेडल दिया जाएगा। उत्तराखंड के इस वीर सैनिक को मरणोपरांत सेना मेडल मिलने पर देशवासी अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
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