न्यूज जंक्शन 24, नैनीताल। झारखंड के देवघर में रोपवे हादसे के बाद इसके संचालन को लेकर सतर्कता बरती जा रही है, मगर बुधवार सुबह नैनीताल के लोगों की सांसें तब अटक गईं, जब उन्होंने आसमान में बीच राह रोपवे (Nainital Ropeway mockdrill)को फंसा हुआ देखा। रोपवे की ट्राॅली मेंं 10 लोग सवार थे। उन्हें फंसा हुअा देख शहर के लोग बेचैन हो उठे। तभी मौके पर रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई और सभी 10 लोगों को रस्सी के सहारे सुरक्षित उतार लिया। मगर बाद में पता चला कि यह रोपवे के सही संचालन को लेकर मॉकड्रिल (Nainital Ropeway mockdrill) चल रहा था। तो लोगों ने राहत महसूस की।
शासन के निर्देश पर बुधवार को मल्लीताल में केएमवीएन के रोपवे में रेस्क्यू अभियान का मॉकड्रिल (Nainital Ropeway mockdrill) किया गया। इसमें रोपवे के दस तकनीकी स्टाफ समेत प्रबंधक शिवम शर्मा शामिल थे। करीब सुबह 9 बजे से शुरू हुआ ट्रायल 45 मिनट तक चला। इस दौरान कुछ देर के लिए ट्रॉली में सवार स्टाफ हवा में लटका रहा। फिर केबिन ऑपरेटर के साथ ही रेस्क्यू टीम की मदद से ट्राली से लोगों का पहाड़ी में सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। अभियान में दमकल विभाग के कर्मचारी भी शामिल रहे।
रोपवे के प्रबंधक शिवम शर्मा ने बताया कि नीचे वाली रोप से सबको सुरक्षित निकाला गया। करीब 700 मीटर लंबाई के रोपवे की ट्राली में 2015 व 2019 में पर्यटक फंस चुके हैं, जिनका बमुश्किल रेस्क्यू किया गया था। हाल ही झारखंड में रोपवे हादसे में पर्यटकों की मौत व घायल होने की घटना के बाद देशभर में रोपवे को लेकर चिंता बढ़ी। जिसके बाद शासन ने रोपवे के तकनीकी परीक्षण के लिए रेस्क्यू का मॉकड्रिल (Nainital Ropeway mockdrill) करने का निर्देश दिया था।
निगम के जीएम एपी बाजपेयी ने बताया कि रोपवे का तकनीकी परीक्षण (Nainital Ropeway mockdrill) पूरी तरह सफल रहा। रोपवे में किसी तरह की तकनीकी गड़बड़ी नहीं है। यदि अपरिहार्य स्थिति में नौबत आई तो निगम के पास रेस्क्यू टीम उपलब्ध है।
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