NCRB के आंकड़ों ने बढ़ाई चिंता, पहाड़ी राज्यों में हत्या के मामलों में उत्तराखंड पहले नंबर पर

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देहरादून। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी ने अपनी ताजा रिपोर्ट जारी कर दी है। इस रिपोर्ट में पहाड़ी राज्यों में हत्या के मामलों में उत्तराखंड पहले नंबर पर है। उत्तराखंड में साल 2019 में 199 हत्या के मामले दर्ज हुए थे। वहीं, साल 2020 में हत्या के 160 मामले सामने आए। इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर जम्मू कश्मीर और तीसरे नंबर पर हिमाचल प्रदेश है।

एनसीआरबी के मुताबिक वर्ष 2018 में उत्तराखंड में आईपीसी धाराओं के तहत 14,739 अपराध के मुकदमे दर्ज किए गए। साल 2019 में 12,081 मुकदमे और 2020 में 13,812 मुकदमे आईपीसी के तहत दर्ज हुए। इन आंकड़ों के मुताबिक 2018 के मुकाबले भले ही राज्य में अपराध दर्ज कम हुए हैं। लेकिन 2019 की तुलना कोविड-19 काल 2020 में अधिक मुकदमे दर्ज हुए हैं।

वहीं, स्पेशन लोकल एंड लॉज यानी एसएलएल क्राइम की बात करें तो उत्तराखंड में एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2018 में 19,976 मुकदमे दर्ज हुए हैं। जबकि 2019 में 16,187 और 2020 में 43,520 क्राइम दर्ज हुए हैं। वहीं, वर्ष 2020 में हत्या जैसे मामलों में उत्तराखंड राज्य में आईपीसी सेक्शन 302 के तहत 160 मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि कपल होमीसाइड अमाउंट केस में 29 मुकदमे दर्ज हैं। लापरवाही के चलते सामने वाले की मौत यानी आईपीसी सेक्शन 304-ए के तहत 2020 में उत्तराखंड राज्य भर में 406 मामले दर्ज हैं। वर्ष 2020 आईपीसी क्राइम लापरवाही सड़क दुर्घटना में 361 मौतें हुई। वहीं, हिट एंड रन के 1991 मामले सामने आए. अन्य तरह की सड़क दुर्घटनाओं की संख्या 162 रही।

देश में लक्षद्वीप में सबसे कम अपराध

वहीं देशभर में लक्षद्वीप में पिछले 3 सालों में सबसे कम संख्या में आईपीसी के तहत मुकदमे दर्ज हुए हैं। यहां वर्ष 2018 में 48 आईपीसी के तहत दर मुकदमे दर्ज हुए। जबकि 2019 में 123 और 2020 में केवल 107 मुकदमे आईपीसी के तहत दर्ज हुए हैं।

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