महिलाओं के फ़टी जीन्स पहनने पर नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का बड़ा बयान, हो रहा वायरल

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देहरादून। उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री का एक बयान जमकर वायरल हो रहा है। उन्होंने बुधवार कोएक कार्यक्रम में चिंता जताते हुए कहा की बात संस्कारों की की जाती है लेकिन महिलाएं फटी जींस पहनकर बाहर निकलने में नहीं हिचकिचातीं। अफसोस होता है कि कैसे संस्कार हैं। हम बच्चों को कौन से संस्कार दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभिभावकों पर बड़ी जिम्मेदारी है। उन पर बच्चों के अंदर संस्कारों के निर्माण की भी जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत बुधवार को बाल अधिकार संरक्षण आयोग के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बच्चे संस्कार घरों से ही सीखते हैं। इनका निर्माण करना अभिभावकों की जिम्मेदारी होती है। उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि एक बार एक महिला बस में सफर कर रही थीं। बच्चे उनके साथ थे। कंडक्टर ने पूछा कि बहन जी आप कहाँ जाएंगी। जवाब मिला दिल्ली। उक्त महिला फटी जीन्स पहने हुए थीं। उक्त महिला को देख विचार आया कि जो महिला एनजीओ चलाती हो और पति प्रोफेसर। वह इस पहनावे को पहन कर किन संस्कारों को जन्म दे पाएगी। चिंता होती है कि पाश्चात्य सभ्यता कितनी हावी होती जा रही है।
उन्होंने कहा कि युवाओं में नशे की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है नशा समेत तमाम विकृतियों से बच्चों को बचाने के लिए उन्हें संस्कारवान बनाना होगा। साथ ही हमें अपनी एक आदर्श संस्कृति अपनानी होगी और दूसरी सभ्यताओं से प्रभावित नहीं होना है। उन्होंने कहा संस्कारित बच्चे जीवन में किसी भी क्षेत्र में विफल नहीं होते।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नशा मुक्ति के लिए चलाए जा रहे अभियान सिर्फ सरकारी प्रयास ही पर्याप्त नहीं है, इसके लिए सामाजिक संगठनों, संस्थाओं और समाज के गणमान्य लोगों को भी आगे आना होगा।