देश में अब एक नई बीमारी ने मचाई दहशत, केंद्र ने राज्यों को जारी किए सख्त निर्देश, शरीर पर पड़ते हैं टमाटर जैसे फफोले

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# tomato flu
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न्यूज जंक्शन 24, नई दिल्ली। बीते दोे साल से भी ज्यादा समय से लोग नई-नई बीमारियों से जूझ रहे हैं। पहले कोरोना वायरस, फिर ब्लैक फंगस, मंकीपॉक्स, के बाद अब एक नई बीमारी ने खतरा बढ़ा दिया है। यह बीमारी अधिकतर 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में होता है। लेकिन यह वयस्कों में भी हो सकता है। देश में इसके 82 से अधिक मामलों के सामने आ चुके हैं। ऐसे में सरकार ने सभी राज्यों को जरूरी पालन करने के निर्देश दिए हैं। इस बीमारी का नाम है टोमैटो फ्लू (tomato flu)।

केंद्र सरकार ने अपने निर्देश में जोर दिया है कि यह बीमारी भी वायरल है। इसके इलाज के लिए कोई विशिष्ट दवा नहीं है। यह रोग, हाथ, पैर और मुंह की बीमारी (एचएफएमडी) का एक प्रकार लगता है। मुख्य रूप से यह 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में होता है। लेकिन यह वयस्कों में भी हो सकता है। ऐसे में बच्चों को इस बीमारी के लक्षणों और दुष्प्रभावों के बारे में शिक्षित किया जाना चाहिए। हालांकि टमाटर फ्लू (tomato flu) वायरस अन्य वायरल संक्रमण (बुखार, थकान, शरीर में दर्द और त्वचा पर चकत्ते) के समान लक्षण दिखाता है। यह वायरस SARS-CoV-2, मंकीपॉक्स, डेंगू या चिकनगुनिया से बिल्कुल भी संबंधित नहीं है।

इस साल 6 मई को केरल के कोल्लम जिले में टोमैटो फ्लू का पहला मामला सामने आया था और 26 जुलाई तक स्थानीय सरकारी अस्पतालों द्वारा पांच साल से कम उम्र के 82 से अधिक बच्चों में संक्रमण होने की सूचना मिली है। केरल के अन्य प्रभावित क्षेत्र आंचल, आर्यनकावु और नेदुवथुर हैं। इस स्थानिक वायरल बीमारी ने पड़ोसी राज्यों तमिलनाडु और कर्नाटक को अलर्ट कर दिया। इसके अलावा भुवनेश्वर में क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र ने 26 बच्चों (एक से नौ वर्ष की आयु) में बीमारी होने की सूचना दी है। केरल, तमिलनाडु, हरियाणा और ओडिशा के अलावा, भारत के किसी अन्य राज्य ने इस बीमारी की सूचना नहीं दी है।

ये हैं इसके लक्षण 

एडवाइजरी में कहा गया है कि टोमैटो फ्लू या टोमैटो फीवर एक वायरल बीमारी है, जिसका नाम इसके मुख्य लक्षण- शरीर के कई हिस्सों पर टमाटर के आकार के फफोले से पड़ा है। यह एक खुद से ठीक होने वाली बीमारी है, क्योंकि लक्षण कुछ दिनों के बाद ठीक हो जाते हैं। फफोले लाल रंग के छोटे फफोले के रूप में शुरू होते हैं और बड़े होने पर टमाटर के समान दिखने लगते हैं। टमाटर फ्लू वाले बच्चों में देखे जाने वाले प्राथमिक लक्षण अन्य वायरल संक्रमणों के समान होते हैं, जिनमें बुखार, चकत्ते और जोड़ों में दर्द शामिल हैं। थकान, मतली, उल्टी, दस्त, बुखार, निर्जलीकरण, जोड़ों की सूजन, शरीर में दर्द और सामान्य इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण भी शामिल हैं।

यह हल्का बुखार, भूख न लगना, अस्वस्थता और अक्सर गले में खराश के साथ शुरू होता है। बुखार शुरू होने के एक या दो दिन बाद छोटे-छोटे लाल धब्बे दिखाई देते हैं जो छाले और फिर अल्सर में बदल जाते हैं। घाव आमतौर पर जीभ, मसूड़ों, गालों, हथेलियों और तलवों के अंदर स्थित होते हैं। इन लक्षणों वाले बच्चों में डेंगू, चिकनगुनिया, जीका वायरस, वैरीसेला-जोस्टर वायरस और हर्पीज के निदान के लिए मॉलीक्यूलर और सीरोलॉजिकल परीक्षण किए जाते हैं।

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