अब कॉर्बेट व राजाजी पार्क में सालभर आएंगे सैलानी, करेंगे वन्यजीवों का दीदार

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देहरादून। वन्यजीवों के दीदार के लिए विश्व प्रसिद्ध उत्तराखंड के कार्बेट नेशनल पार्क और राजाजी टाइगर रिजर्व अब सैलनियों के लिए वर्षभर खुले रहेंगे। मानसून के सीजन में अक्सर जंगल के रास्ते खराब हो जाते हैं, लेकिन यदि ऐसी दिक्कत पेश नहीं आई तो पर्यटक बरसात में भी नेशनल पार्कों का दीदार कर पाएंगे। यह जानकारी वन मंत्री हरक सिंह रावत ने दी है। अभी बारिश का सीजन शुरू होने पर पार्क सैलानियों के लिए बंद कर दिया जाता है, मगर वन मंत्री के मुताबिक, आने वाले दिनों में ऐसा नहीं होगा।

कॉर्बेट में लाए जाएंगे गैंडे
जिम कॉर्बेट पार्क में गैंडों को लाने की योजना जल्द ही पूरी होगी। वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने बताया कि इस संबंध में भारत सरकार की ओर से कुछ बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी गई है, शीघ्र ही रिपोर्ट केंद्र को सौंप दी जाएगी। गैंडों को लाने पर होने वाला खर्च राज्य सरकार उठाएगी।

10 हजार नेचर गाइड को दी जाएगी ट्रेनिंग
वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने बताया कि वन विभाग में 10 हजार नेचर गाइड की अस्थायी नियुक्ति की जा रही है। पहली बार इसमें लड़कियों को भी शामिल किया गया है। कौशल विकास के तहत इन्हें कॉर्बेट नेशनल इंस्टीट्यूट में एक जुलाई से 50-50 के ग्रुप में ट्रेनिंग दी जाएगी।

कांसरों में शुरू होगी सफारी
वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने बताया कि हरिद्वार-देहरादून हाईवे पर फ्लाईओवर निर्माण के चलते मोतीचूर रेंज कार्यालय के बाहर बना गेट दब गया है। इसलिए रेंज के प्रवेश द्वार पर नया गेट बनाने का निर्णय लिया गया है। जंगल सफारी के लिए आने वाले लोगों को अब पुराना गेट दिखाई नहीं देता, जिससे वे भ्रमित हो जाते हैं। इसलिए नया गेट बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा जंगल सफारी के शौकीनों के लिए कांसरों रेंज में शीघ्र ही नया ट्रैक शुरू किया जा रहा है। हरिद्वार, देहरादून आने वाले पर्यटक इस ट्रैक का लुत्फ उठा सकेंगे।

राजाजी में 16 विशेष टीमें करेंगी वन्यजीवों की रखवाली
मानसून के दौरान राजाजी टाइगर रिजर्व में 16 विशेष टीमें गश्त करेंगी। वन्यजीवों की निगरानी के साथ ही शिकारियों को धर दबोचने के लिए टाइगर रिजर्व निदेशक की ओर से अधिकारियों की अगुवाई में टीमों का गठन किया गया है। इस संबंध में टाइगर रिजर्व डीके सिंह की ओर से आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। टीमों में शामिल वनकर्मियों को हथियार और उपकरण के साथ ही ड्रोन कैमरे भी मुहैया कराए गए हैं। टाइगर रिजर्व निदेशक ने बताया कि रवासन, कासरों, बेरीवाड़ा, धौलखंड जैसी रेंजों में एक-एक टीम को तैनात किया गया है। जबकि, चीला, मोतीचूर, गोहरी, हरिद्वार, चिल्लावाली रामगढ़ जैसी संवेदनशील रेंजों में दो-दो टीमें तैनात की गई हैं।