इत्र कारोबारी पीयूष जैन : तंबाकू से भरे 4 ट्रकों ने खोल दी पोल, शुरू से जानें पूरी कहानी 

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न्यूज जंक्शन 24, लखनऊ। यूपी के कन्नौज के इत्र एवं कंपाउंड कारोबारी पीयूष जैन (piyush jain) इन दोनों सुर्खियों में हैं। उनके कन्नौज में बने घर के अलावा कानपुर में बने घर और गोदामों से करोड़ों का कैश और सोना बरामद हुआ है। ये खजाना इतना बड़ा था कि वहां छापा मारने पहुंचीं इनकम टैक्स विभाग की टीम के अफसर भी भौचक रह गए। डीजीजीआई, आयकर विभाग 36 घंटे से अधिक समय तक चले छापे में 290 करोड़ रुपये बरामद कर चुकी है। यह छापा अभी जारी है।

अब बड़ा सवाल ये है कि पीयूष जैन (piyush jain) आयकर विभाग और डीजीजीआई के रडार पर आया कैसे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वो बड़ी लो प्रोफाइल जिंदगी ही जी रहा था। स्कूटर पर चलता था और घर में एक हैचबैक कार थी। तो इस बात का खुलासा किया डीजीजीआई ने। डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि कैसे ये पूरा मामला परत दर परत खुलता गया और एक छोटी सी कार्रवाई के चलते पीयूष जैन पकड़ में आया।

4 ट्रकों ने बना दिया फंदा

दरअसल, डीजीजीआई ने ये कार्रवाई 4 ट्रकों में भरे तंबाकू और पान मसाले का जीएसटी न देने के मामले में शुरू की थी। ये ट्रक गणपति रोड कॅरियर के थे और इसी के जरिए डीजीजीआई के अधिकारी शिखर पान मसाले की फैक्ट्री तक पहुंच गए। यहां पर अधिकारियों को लगा कि ये कार्रवाई बड़ी होने वाली है क्योंकि गणपति रोड कॅरियर के नाम से उन्हें 200 से ज्यादा फर्जी इनवाइस मिलीं लेकिन उस समय तक भी अधिकारियों को इस बात की भनक नहीं थी कि ये मामला कुछ करोड़ का नहीं कई सौ करोड़ का निकलेगा।

इस पूरी कार्रवाई के दौरान शिखर गुटखे के निर्माताओं ने माना कि कि उन पर टैक्स बकाया है और उन्होंने 3.09 करोड़ रुपये को जमा करवा दिया। इसी दौरान अधिकारियों के सामने शिखर गुटखे के एक और पार्टनर का नाम सामने आया ओडोकैम इंडस्ट्रीज। यहीं से शुरू हुई पीयूष जैन की कहानी। पीयूष जैन (piyush jain) ओडोकैम इंडस्ट्रीज का मालिक है और इसी के चलते अधिकारियों ने कंपनी के कानपुर स्थित रजिस्टर्ड एड्रेस पर छापेमारी की कार्रवाई की। ये छापा था आनंदपुरी स्थित पीयूष जैन के घर पर। डीजीजीआई की प्रेस रिलीज के अनुसार इसी घर से अधिकारियों को 177.45 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए। ये अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई थी।

इसके बाद अधिकारियों ने कन्नौज स्थित पीयूष जैन की फैक्ट्री और आवास पर छापेमारी की। फैक्ट्री से अधिकारियों को 17 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए, जिनकी गिनती अभी जारी है। इसके साथ ही 23 किलो सोना और 600 किलो चंदन का तेल जिसकी कीमत करीब 6 करोड़ रुपये है, बरामद किया। चौंकाने वाली बात थी कि ये सभी कुछ एक अंडरग्राउंड टंकी में छुपाया गया था।

50 देशों में फैला है कारोबार

पीयूष जैन (piyush jain) का कारोबार दुनिया के करीब 50 देशों में फैला है। डीजीजीआई की टीम की छापामारी में इसका खुलासा हुआ। घर, गोदाम और कारखाने से करीब दस देशों का केमिकल मिला है। साथ ही देश और विदेशों में भेजे जाना वाला करीब 100 तरह का कंपाउंड बरामद हुआ है। ये केमिकल फ्रांस, जर्मनी, आस्ट्रेलिया, जापान, चीन, कुवैत, इंडोनेशिया, नेपाल, सऊदी अरब और तेरान से मंगाए गए बताए जा रहे हैं। दुनिया की किन-किन देशों और देश के राज्यों में इन्हें भेजा जाना था, इसके दस्तावेज भी टीम के हाथ लगे।

घर में बना रखी है लैब, पीयूष करता शोध

कारोबारी पीयूष जैन (piyush jain) ने घर में लैब बना रखी थी। केमिकलों का मिश्रण कर शोध से वह कई तरह के कंपाउंड और सिंथेटिक वेस्ट तैयार करता था। फार्मूला सफल होने के बाद वह इसे महंगे दामों में साबुन, सौंदर्य उत्पाद, पान-मसाला, गुटखा जैसी कंपनियों को निर्यात करता था।

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