न्यूज जंक्शन 24, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आंध्र प्रदेश के भीमावरम में स्वतंत्रता सेनानी अल्लुरी सीताराम राजू की 125वीं जयंती समारोह में भाग लिया। इसके बाद उन्होंने एक अन्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पसाला कृष्णमूर्ति के परिजनों से मुलाकात की। पीएम ने कृष्णमूर्ति की 90 साल की बेटी पसाला कृष्ण भारती के चरणों में शीश नवाया तो उन्होंने सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया (PM Modi touches feet of 90-year-old woman)।
पसाला कृष्ण मूर्ति आंध्र प्रदेश के एक सम्मानित स्वतंत्रता सेनानी थे। पीएम मोदी पसाला कृष्ण भारती के अलावा भारती की बहन और भतीजी से भी मिले। पासाला कृष्णमूर्ति का जन्म 26 जनवरी 1900 को हुआ था। मार्च 1921 में महात्मा गांधी जब विजयवाड़ा गए थे, तब कृष्णमूर्ति और अंजलक्ष्मी कांग्रेस में शामिल हो गए। पासाला कृष्णमूर्ति और उनकी पत्नी अंजलक्ष्मी ने नमक सत्याग्रह, सविनय अवज्ञा आंदोलन आदि में भी हिस्सा लिया था। कई बार जेल भी गए थे। पासाला को खादी के प्रसार और हरिजनों के उत्थान के लिए की गई लड़ाई के लिए भी जाना जाता है।
इससे पहले पीएम मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी अल्लुरी सीतराम राजू की 125वीं जयंती समारोह में भाग लिया (PM Modi touches feet of 90-year-old woman)। पीएम ने कांस्य की बनी उनकी प्रतिमा का अनावरण भी किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आंध्र की इस धरती की महान आदिवासी परंपरा को, इस परंपरा से जन्मे सभी महान क्रांतिकारियों और बलिदानियों को भी आदरपूर्वक नमन करता हूं। सीताराम राजू गारू की 125वीं जन्मजयंती व रम्पा क्रांति की 100वीं वर्षगांठ को पूरे साल मनाया जाएगा।’
प्रधानमंत्री ने कहा, आजादी का संग्राम केवल कुछ वर्षों का, कुछ इलाकों का या कुछ लोगों का इतिहास नहीं है। ये इतिहास, भारत के कोने-कोने और कण-कण के त्याग, तप और बलिदानों का इतिहास है। उन्होंने कहा, हमारे स्वतंत्रता आंदोलन का इतिहास हमारी विविधता, सांस्कृतिक शक्ति और एक राष्ट्र के रूप में हमारी एकजुटता का प्रतीक है।
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