ट्रैकिंग के दौरान लोनिवि के सहायक अभियंता की मौत, एक अन्य सुरक्षित

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उत्तराखंड के उत्तरकाशी में ट्रैकिंग के दौरान हादसे की खबर आई है। डोडीताल ट्रैक पर मांझी से एक किमी पहले दो स्थानीय ट्रैकर्स के फंसने की आपातकालीन एसओएस कॉल प्राप्त हुई। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ, वन विभाग व पुलिस विभाग की टीमों को तुरंत मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। इनमें से एक ट्रैकर वीरेंद्र चौहान की मौत हो गई है। मृतक लोक निर्माण विभाग में सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत था। वहीं, दूसरा ट्रेकर्स कांति सेमवाल सुरक्षित है।

जानकारी के अनुसार, फंसे ट्रैकर्स में एक व्यक्ति लोनिवि उत्तरकाशी में सहायक अभियंता हैं। अधिशासी अभियंता रजनीश कुमार ने बताया कि उत्तरकाशी ने लोनिवि के दो अवर अभियंता भी मौके के लिए रवाना हो चुके हैं। पुलिस उपाधीक्षक प्रशांत कुमार ने बताया है कि पुलिस रेस्क्यू टीमों के साथ समन्वय बनाए हुए हैं और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त कर्मियों को इस अभियान में जुटाया जाएगा। खंड विकास अधिकारी भटवाड़ी ने सूचना दी है कि अगोड़ा के क्षेत्र पंचायत सदस्य से संपर्क कर रेस्क्यू के लिए स्थानीय लोगों को भेजने का आग्रह किया गया है।

जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह यह दोनों लोग अगोड़ा गांव से डोडीताल के लिए रवाना हुए थे। अगोड़ा गांव से करीब 12 किमी की ट्रेकिंग के बाद एक ट्रैकर्स की तबीयत बिगड़ गई। एसडीआरएफ सहित अगोड़ा गांव से स्थानीय लोग रेसक्यू के लिए रवाना हुए। सीएमओ डॉ. बीएस रावत ने सूचित किया है कि जिला मुख्यालय से डॅा. बीएस पांगती के नृतत्व में एक मेडिकल टीम एंबुलेंस सहित रवाना की गई है। पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने एसडीआरएफ व पुलिस की रेस्क्यू टीमों को मेडीकल टीम के साथ समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।

एसडीआरएफ के निरीक्षक जगदंबा प्रसाद बिजल्वाण ने सूचित किया है कि डोडीताल ट्रैक पर फंसे दो स्थानीय ट्रैकर्स को रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ के दस सदस्यों की टीम सहित पुलिस के कुछ जवान भी मौके के लिए रवाना हो चुके हैं। इस बीच खंड विकास अधिकारी भटवाड़ी अमित मंमगाईं ने बताया है कि अगोड़ा से पांच ग्रामीण भी रेस्क्यू के लिए रवाना हो रहे हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया है कि रेस्क्यू के लिए घोड़े भी जुटाए जा रहे हैं।
आपातकालीन परिचालन केंद्र से प्राप्त सूचना के अनुसार अभी तक उक्त स्थान के लिए एसडीआरएफ के 10 कार्मिक, पुलिस के चार कार्मिक, वन विभाग चार कार्मिक, लोक निर्माण विभाग के चार कार्मिक, स्वास्थ्य विभाग के चार कार्मिक तथा 108 एंबुलेंस टीम सहित पांच स्थानीय व्यक्तियों की टीम रेस्क्यू के लिए घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी हैं।