न्यूज जंक्शन 24, नई दिल्ली। यूक्रेन में मेडिकल (MBBS from Ukraine) की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए राहत भरी खबर है। यूक्रेन की सरकार ने MBBS के फाइनल ईयर के छात्रों को बिना एक परीक्षा के डिग्री देने का फैसला किया है। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक यूक्रेन की सरकार ने लाइसेंसिंग एग्जाम को रद करने का फैसला किया है। अब बिना इस परीक्षा के ही छात्रों को MBBS की डिग्री मिल जाएगी।
यूक्रेन की सरकार ने वेबसाइट में जारी किया नोटिफिकेशन
यूक्रेन में मेडिकल (MBBS from Ukraine) और फार्मेसी की पढ़ाई करने वाले छात्रों को दो एग्जाम अलग से पास करने होते हैं। इस परीक्षा को KROK-1 और KROK-2 का नाम दिया गया है। मेडिकल के छात्रों (MBBS from Ukraine) को तीसरे साल में KROK-1 की परीक्षा पास करनी होती है, जबकि आखिरी यानी चौथे साल में उन्हें KROK-2 में पास करना होता है। इसके बाद ही उन्हें फाइनल डिग्री दी जाती है। अब यूक्रेन की सरकारी वेबसाइट पर अपलोड की गई नोटिफिकेशन के मुताबिक KROK-1 को अगले साल तक के लिए रद कर दिया गया है, जबकि KROK-2 को इस साल के लिए कैंसिल कर दिया गया है।
20 हज़ार से ज्यादा छात्र लौटे
बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को संसद में चल रहे बजट सत्र के दौरान कहा था कि रूसी आक्रमण के बीच यूक्रेन से फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण काम पूरा हो गया है. केंद्र सरकार के ऑपरेशन गंगा के तहत 20,000 से अधिक भारतीय नागरिकों को बाहर निकाला। इनमें ज्यादातर छात्र (MBBS from Ukraine) थे।
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