देहरादून। उत्तराखंड में आधी अधूरी तैयारी के साथ आज से नौंवी से 12 वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल खुल जाएंगे। प्रदेश में स्कूल खोले जाने को लेकर शासन की ओर से एसओपी जारी की गई थी। फिलहाल, स्कूल में उन छात्रों को ही प्रवेश मिलेगा, जिनके पास अभिभावकों का सहमतिपत्र होगा। साथ ही छात्रों और शिक्षकों को कोरोना गाइडलाइन के नियमों का भी पालन करना होगा।
शिक्षा सचिव ने निर्देश दिए थे कि बोर्डिंग एवं डे-बोर्डिंग स्कूलों में आवासीय परिसर में निवास करने वाले छात्र-छात्राओं एवं स्कूल स्टाफ को अधिकतम 48 घंटे पहले की आरटीपीसीआर रिपोर्ट प्रस्तुत करनी जरूरी होगी। इसके बाद ही उन्हें स्कूल में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। जबकि बोर्डिंग एवं डे बोर्डिंग स्कूलों के प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य, समस्त शिक्षक, कर्मचारी, मैट्रन, आवासीय परिसर के समस्त स्टाफ एवं स्कूल में अन्य सेवाओं से जुड़े हुए समस्त कर्मचारियों की वैक्सीनेशन की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी। लेकिन अभी तक शत प्रतिशत शिक्षकों का वैक्सीनेशन नहीं हो पाया है। कुछ स्कूलों के मुताबिक विभाग की ओर से स्वास्थ्य विभाग को वैक्सीनेशन के लिए 31 जुलाई को पत्र लिखा गया है।
स्कूल को करनी होगी मास्क की व्यवस्था
प्रदेश में आज नौंवी से 12 वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल खुल रहे हैं। इसमें सरकारी और निजी हाईस्कूलों की संख्या 1354 है। जबकि 2479 इंटरमीडिएट कॉलेज हैं। इनमें करीब तीन लाख से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। शासन की ओर से जारी आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि यदि कोई छात्र बिना मास्क स्कूल आता है तो ऐसे छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल को मास्क की व्यवस्था करनी होगी। स्कूल खुलने के दौरान सभी शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्रों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
स्कूल में नहीं मिलेगा दिन का भोजन
कोरोना काल में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फिलहाल सरकारी स्कूलों में दिन का भोजन नहीं मिलेगा। दोपहर में मिलने वाले मिड डे मील पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगाई गई है। स्कूलों में प्रार्थना सभा, बाल सभा, खेलकूद, संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम समेत अन्य सामूहिक गतिविधियों को भी फिलहाल स्थगित किया गया है।
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