गौरेया दिवस- अनियोजित विकास से खत्म हुए पक्षियों के आशियाने, संरक्षण की जरूरत

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हल्दूचौड़। घर आंगन से धीरे धीरे गौरैया चिड़िया चहचहाहट खत्म हो रही है। लगातार हो रहे शहरीकरण, अंधाधुंध पेड़ों की कटाई से अब इन बेजुबान पक्षियों का आशियाना धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। यहां तक कि लगातार बढ़ रहे मोबाइल टावर से निकलने वाला रेडिएशन इन मासूम पक्षियों के जान का दुश्मन बना हुआ है। इसी के तहत आज गौरेया संरक्षण को लेकर कटिबद्ध समाजसेवी गुलाब सिंह नेगी ने गौरैया दिवस के मौके पर खष्टी देवी गुरुरानी इंटर कालेज के छात्र छात्राओं को गौरैया संरक्षण के लिए  जागरूक  किया।

गौरतलब है कि  तल्ली हल्द्वानी निवासी गुलाब सिंह नेगी द्वारा गौरैया चिड़िया को बचाने की मुहिम के तहत  पिछले 15 सालों से अपने खर्चे से लोगों को गौरैया के घोंसले उपलब्ध कराये जा रहे हैं। गुलाब सिंह अभी तक अपने खर्चे से करीब 5 हजार से अधिक गौरैया के घोंसले उपलब्ध कराकर लोगों को गौरैया संरक्षण के लिए जागरूक कर रहे हैं। गुलाब सिंह नेगी ने आज गौरैया दिवस के मौके पर भी दर्जनो घोंसले स्कूली बच्चों  को वितरण किए साथ ही उन्हें गौरेया संरक्षण के लिए प्रेरित किया।

बता दें कि पर्यावरण प्रेमी गुलाब सिंह पर्यावरण के क्षेत्र में पिछले कई सालों से काम कर रहे हैं अपने घर में कई प्रजातियों के पक्षियों को संरक्षण देने का भी काम कर रहे हैं। यहां तक कि वह बेजुबान घायल पक्षियों का इलाज भी करते हैं। आज विश्व गौरेया दिवस के अवसर पर उनके द्वारा गौरेया संरक्षण को लेकर किए जा रहे सराहनीय पहल के लिए खष्टी देवी गुरुरानी इंटर कालेज प्रबंधन ने उनका आभार ब्यक्त किया। इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य सचिदानंद दुमका प्रबंधक मोहन दुर्गापाल, महेंद्र सिंह, मनीष गोस्वामी,समाजसेवी शैलेंद्र दुमका डा सुरेश भट्ट अध्यापिका पुष्पा भट्ट,कला भट्ट  समेत समस्त स्कूल स्टाफ और छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।