नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में एक स्कूल के प्रिंसिपल ने छात्र से चोटी काटने को कह दिया। लेकिन छात्र ने अपनी चोटी यह कहकर काटने से मना कर दिया कि यह हमारे हिंदू धर्म का प्रतीक है। इस पर प्रिंसिपल ने छात्र को स्कूल से निकाल दिया। इसे लेकर विवाद हो गया, जिसके बाद भाजयुमो के कार्यकर्ता स्कूल पहुंच गए और उन्होंने स्कूल और प्रिंसिपल के दफ्तर में भगवा झंडा लगा दिया।
मामला जिले के भानुप्रतापपुर के सेंट जोसफ स्कूल का है। यहा के छात्र अंश ने प्रिंसिपल जोमोन पीटी पर आरोप लगाया कि उसे पिछले दो दिनों से स्कूल में घुसने नहीं दिया जा रहा है। इस पर घरवालों ने प्रिंसिपल से भी बात की लेकिन उन्होंने कहा कि पहले चोटी कटवाकर आइए, फिर स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा। इसके बाद मामला बढ़ गया। अंश के परिजनों के साथ बड़ी संख्या में भाजयुमो कार्यकर्ता भी स्कूल पहुंच गए और जय श्री राम के नारे भी लगाने लगे। भाजयुमो जिला अध्यक्ष राजा पांडे ने कहा इस स्कूल के बारे में पहले भी इस तरह की जानकारी मिली थी।
उन्होंने कहा कि यहां हिंदू देवी-देवताओं के ऊपर टिप्पणी की जाती है। बच्चों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई जा रही है। हिंदू बच्चों की भावनाओं से लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है। ऐसा आगे नहीं चलने दिया जा सकता है। उधर, जब पत्रकारों ने स्कूल के प्रिंसिपल से बात करनी चाही तो वे दफ्तर छोड़कर चले गए।
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