नई दिल्ली। उत्तराखंड/उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे व पूर्व राज्यपाल एन.डी. तिवारी के बेटे रोहित शेखर हत्याकांड मामले में गुरुवार को साकेत स्थित अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संदीप यादव की अदालत में जमकर बहस हुई।बचाव पक्ष ने रोहित की मां एवं इस मामले की मुख्य गवाह उज्जवला तिवारी से जिरह की। उज्जवला तिवारी गवाही के दौरान कई बार भावुक हुईं। वहीं, इस मामले में आरोपी मृतक रोहित की पत्नी अपूर्वा शुक्ला को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जेल से अदालत में पेश किया गया।
साकेत स्थित अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संदीप यादव की अदालत में मृतक रोहित शेखर की मां डॉ. उज्जवला तिवारी अपने अधिवक्ता तारिक नासिर के साथ उपस्थित हुईं। उन्होंने अदालत को बताया कि जब उन्हें पता चला कि उनके बेटे की हत्या उनकी ही बहू अपूर्वा शुक्ला ने की है तो वह स्तबध रह गईं। उन्होंने आरोपी अपूर्वा शुक्ला के वकील महमूद प्राचा के सवालों के जवाब में यह भी बताया कि रोहित शेखर एनडी तिवारी के पुत्र हैं यह बात उन्होंने अपनी मां को तब बताई थी, जब रोहित शेखर करीब ढाई साल का था। अदालत में जिरह के दौरान उज्जवला ने बताया कि पुलिस के आला अधिकारियों ने उन्हें बताया कि रोहित शेखर की गला दबाकर क्रूर हत्या की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि रोहित और अपूर्वा के बीच शादी के बाद ही संबंध खराब हो गए थे। उन्होंने बताया कि 16 अप्रैल 2019 की रात वह अपने दिवंगत पति के सरकारी आवास से जब वह अपने डिफेंस कालोनी स्थित घर आईं तो पुलिस के कई आला अधिकारी उनसे मिले। इस बाबत पुलिसकर्मियों ने उनसे बयान लिया। बयानों के समय अपूर्वा वहीं मौजूद थी। उन्होंने अदालत को आगे बताया कि उसके बाद से पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी रोज उनके यहां आते थे और जांच करते थे।
जिरह के दौरान उज्जवला तिवारी ने यह भी बताया कि अगले दिन जब हत्या का खुलासा हुआ तो पुलिस ने उस कमरे को सील कर दिया, जिसमें रोहित का शव बरामद हुआ। बचाव पक्ष के वकील के सवाल पर उन्होंने बताया कि पुलिस ने जानकारी दी थी कि रोहित की हत्या हुई है जांच चल रही है।
निजी संबंधों के बारे में पूछे गए सवाल
बचाव पक्ष के वकील महमूद प्राचा ने उज्जवला तिवारी से उनकी निजी जिंदगी के बारे में भी सवाल किए। अधिवक्ता प्राचा ने पूछा उनके पूर्व पति को कब पता चला कि रोहित शेखर उनका बेटा नहीं है। इस पर उज्जवला ने जवाब दिया कि उन्हें शुरुआत में ही यह पता चल गया था कि रोहित उनका बेटा नहीं है। इसी के चलते दोनों ने अलग होने का निर्णय किया था। उन्होंने बताया कि माता-पिता ने उनका साथ दिया था। रोहित जब 13/14 सााल के थे। तब उनकी नानी ने रोहित को बताया था कि उसके पिता एन डी तिवारी हैं। बहरहाल इस मामले में उज्जवला से जिरह पूरी नहीं हो सकी। अगली सुनवाई पर जिरह जारी रहेगी। ज्ञात रहे कि रोहित शेखर की हत्या 15-16 अप्रैल 2019 की मध्यरात्रि को कर दी गई थी। इस मामले में रोहित की पत्नी अपूर्वा को 24 अप्रैल को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।