लखनऊ। यूपी के बिजनौर शहर में सनसनीखेज वारदात हुई है। यहां खो-खो की नेशनल लेवल की खिलाडी की हत्या कर दी गई है। शहर के रेलवे स्टेशन के सामने स्लीपर गार्डर के बीच उसका शव बरामद हुआ है। उसके गले में उसी का दुपट्टा जिस तरीके से लिपटे मिला है, उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि दुपट्टे से ही उसका गला घोंटा गया है। उसके साथ मारपीट भी की गई। युवती की नाक से खून भी बह रहा था और एक दांत भी टूटा था। इससे प्रतीत हो रहा है कि नेशनल खिलाड़ी ने बदमाशों का पूरा विरोध किया। कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे। इससे दुष्कर्म के दौरान या दुष्कर्म का विरोध करने पर हत्या की आशंका जताई जा रही है।
कोतवाली शहर से मात्र 300 मीटर की दूरी पर यह घटना हुई। घटनास्थल कोतवाली क्षेत्र का है या जीआरपी का, घंटों पुलिस इसमें उलझी रही। करीब 24 वर्षीय युवती रेलवे स्टेशन के पास स्थित कालोनी की रहने वाली थी। वह 2016 में बिहार की ओर से महाराष्ट्र में हुई खो-खो की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा ले चुकी हैं। वर्धमान कॉलेज में पढ़ाई के दौरान भी वह अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में भाग ले चुकी थी। इस समय वह पौड़ी गढ़वाल यूनिवर्सिटी से बीपीएड कर रही थी और शुक्रवार पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे घर से साक्षात्कार देने के लिए निकली थी। दोपहर करीब दो बजे उसकी ताई रीता किसी काम से रेलवे स्टेशन के सामने रखे स्लीपर गार्डर के बीच से होकर निकल रही थी, तब उसने युवती को लहूलुहान हालत में देखा। उसके कपड़े अस्तव्यस्त थे। परिजनों को जब इसका पता चला तो हड़कंप मच गया। परिजनों की माने तो तब तक लग रहा था कि उसकी सांस चल रही है। इस पर वह उसे बीना प्रकाश हॉस्पिटल ले आए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। उसके साथ रेप या रेप का प्रयास होने की आशंका जताई जा रही है। जहां युवती की लाश मिली, उसके पास से होकर ही युवती की कॉलोनी के लोग आते जाते रहते हैं।
रिपोर्ट दर्ज कराने को परेशान रहे घरवाले
नेशनल लेवल के खिलाड़ी की हत्या कर दी गई, मगर पुलिस इस बात पर उलझी रही कि घटनास्थल कोतवाली और जीआरपी में से किसके अधीन आता है। इस उलझन में घरवाले रिपोर्ट दर्ज कराने को लेकर परेशान रहे। कोतवाली पुलिस इसे जीआरपी का और जीआरपी से कोतवाली पुलिस का कार्य क्षेत्र बताकर पल्ला झाड़ लिया और दोनों महकमों के अफसर चलते बने।
कई बदमाशों के होने की आशंका
युवती नेशनल लेवल की खिलाड़ी थी, एेसे में कोई एक शख्स उसके साथ दरिंदगी करके चला जाए, इस पर यकीन करना मुश्किल है। अंदाजा लग रहा है कि बदमाशों की संख्या कई रही होगी। हत्यारों के साथ युवती भिड़ गई थी और उसके विरोध करने पर दरिंदों ने उसके साथ मारपीट की। युवती के छोटे भाई ने भी रोते रोते बताया कि उसकी बहन बहादुर थी। वह खिलाड़ी थी, इसलिए एक या दो लोगों के काबू में नहीं आती। उसने कहा कि वह तो चार पर भी भारी पड़ सकती थी। उसे विश्वास नहीं होता कि उसकी बहन की निर्ममता से हत्या कर दी गई।
नशीले इंजेक्शनों के रैपर, सीरिंज मिलीं
जहां युवती का शव मिला, उसका बैग भी पास में ही पड़ा था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घटना स्थल के पास नशीले इंजेक्शनों के रैपर, सीरिंज पड़ी हुई थी। एक टिफिन भी मिलना बताया जा रहा है, जिसमें कुछ खाना भी था। अंदाजा लगाया जा रहा है कि यहां बैठने वाले कुछ लोगों का हाथ हत्या में हो सकता है। वहीं नशेड़ी भी इस घटना को अंजाम दे सकते हैैं।
लॉकडाउन में चली गई थी नौकरी
युवती के भाई ने बताया कि बहन जीजीआईसी में संविदा पर खेल प्रशिक्षक थी। कोरोनाकाल में लॉकडाउन लगा तो उसकी नौकरी चली गई। अब उसे जब जरूरत होती थी तो उसे बुला लिया जाता था, लेकिन वह नौकरी तलाश रही थी। वह घर से जीजीआईसी और एक प्राइवेट कॉलेज में इंटरव्यू देने जाने की बात कहते हुए अपनी सभी डॉक्यूमेंट लेकर निकली थी। उन्होंने पता किया तो पता चला कि वह डेढ़ बजे इंटरव्यू देकर घर लौट रही थी। घर के पास आने के बाद ही किसी ने इस घटना को अंजाम दिया। युवती अपने चार भाई बहनों में दूसरे नंबर की थी। बड़ी बहन की शादी होने के बाद वह अपने ऊपर काफी जिम्मेदारी मानती थी और पिता का हाथ बंटा रही थी। उसके पिता शुगर मिल में राज मिस्त्री का काम करते हैं। इसी से परिवार का गुजारा चलता था।
मोबाइल फोन गायब, पैसों का पता नहीं
युवती के भाई ने बताया कि हमें यह तो नहीं पता कि बहन के पास कितने पैसे थे, लेकिन उसे कुछ दिन पहले ही एक पुराना मोबाइल दिलाया गया था। घटना के बाद उसके पास से वह मोबाइल गायब है। आशंका है कि हत्या करने वालों ने वह मोबाइल लूट लिया होगा।
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