हल्द्वानी। यूपी के लखीमपुर खीरी में हुए बवाल की आग में उत्तराखंड का तराई भी जल उठा है। खीरी में केंद्रीय गृह मंत्री और यूपी के उप मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने के दौरान किसानों पर कार चढ़ाने की घटना के विरोध में उत्तराखंड के उधमसिंह नगर में किसानों ने चक्का जाम कर दिया और सरकार का पुतला भी जलाया। इस बवाल में उत्तराखंड के एक किसान तेजेंदर सिंह विर्क भी गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। वह प्रदर्शन में शामिल होने गए थे।
यह भी पढ़ें : मंत्री के इस बयान ने लखीमपुर खीरी में लगाई आग, 4 किसानों और 3 भाजपाइयों समेत 8 की मौत के बाद जिले में इंटरनेट बंद
घटना के विरोध में बाजपुर, गदरपुर में किसानों ने सड़क जाम किया। काशीपुर में भी भारतीय किसान यूनियन युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह जीतू की अध्यक्षता में काशीपुर के लोहिया पुल पर सैकड़ों किसानों ने देर शाम रोड जाम करके सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। वहीं, किच्छा में किसानों ने भाजपा सरकार का पुतला फूंका और नारेबाजी की। हालांकि कुछ देर बाद प्रशासन व किसानों के बीच आपसी बातचीत के बाद किसानों ने जाम खोल दिया।
संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि लखीमपुर खीरी में शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे किसानों को गाड़ियों से रौंदना दुर्भाग्यपूर्ण है और इस घटना में चार किसानों की मौत हो चुकी है। यह भाजपा सरकार का कातिलाना हमला देश के मजदूर किसानों के साथ-साथ देश के महान लोकतंत्र पर भी है। आज किसान-मजदूरों की निर्मम हत्या के साथ ही लोकतंत्र की भी हत्या हुई है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि भाजपा के इन गुंडों पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने लखीमपुर खीरी की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई घटना को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सभी से संयम रखने का अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना बहुत ही दुखद है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इसे बहुत ही गंभीरता से लेते हुए जांच की जा रही है। सभी को धैर्य रखने की आवश्यकता है।
ऐसे ही लेटेस्ट और रोचक खबरें तुरंत अपने फोन पर पाने के लिए हमसे जुड़ें :
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
हमारे यूट्यब चैनल से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें।