बिना सूचना उप्र में दविश देने पहुंची उत्तराखंड पुलिस, लुट-पिट के आई तो कप्तान ने यह की कार्रवाई

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रुद्रपुर : उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में एक इनामी बदमाश को पकड़ने के लिए उधम सिंह नगर जिले की पुलिस उच्च अधिकारियों को बिना बताए ही दबिश देने चली गई, वहां पहुंची पुलिस टीम पर बदमाशों ने हमला कर दिया और पुलिस से सरकारी AK47 छीनकर फरार हो गए। बाद में घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई तो अफसर भी हैरान रह गए। अधिकारियों का कहना है उनको इस कार्यवाही की जानकारी ही नहीं है। उन्होंने बिना सूचना उत्तर प्रदेश दबिश देने गए पुलिस टीम के एक निरीक्षक समेत 5 कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया है।
उधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप सिंह कुमार ने बताया पीलीभीत जिले के थाना हजारा क्षेत्र के गांव राधे पुरी में जसवंत सिंह उर्फ जस्सा पुत्र छीला सिंह नानकमत्ता थाना पुलिस का इनामी बदमाश है। उसकी लोकेशन पीलीभीत में मिलने पर शुक्रवार को उधम सिंह नगर पुलिस की एक टीम पीलीभीत में छापा मारने पहुंच गई। पुलिस टीम में प्रतापपुर चौकी प्रभारी जितेंद्र सिंह, कांस्टेबल बिरेंद्र बोरा, प्रकाश सिंह, हरेंद्र थापा, और नवनीत कुमार थे। पुलिस के पहुंचने की सूचना पर बदमाश अलर्ट हो गए और उन्होंने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। इस बीच पुलिस टीम और बदमाशों के बीच कई राउंड जमकर फायरिंग भी हुई। इस दौरान बदमाशों ने पुलिस टीम के सदस्य कांस्टेबल नवनीत कुमार से राइफल AK47 को छीन लिया और फरार हो गए। पुलिस टीम बदमाशों को नहीं पकड़ सकी। टीम ने जब यह जानकारी अपने उच्चाधिकारियों को दी तो पुलिस में हड़कंप मच गया। एसएसपी ने अपने अधीनस्थों से इस बात की जानकारी हासिल की किसने इस टीम को उत्तर प्रदेश जाने की अनुमति दी।पता चला कि इसकी जानकारी ही किसी को नहीं है।
इस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप सिंह कुंवर सख्त हो गए और उन्होंने चौकी प्रभारी जितेंद्र सिंह, कांस्टेबल वीरेंद्र बोरा, प्रकाश सिंह, हरेंद्र थापा और नवनीत कुमार को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए। उन्होंने यह भी कहा कि बिना अनुमति अन्य किसी राज्य में छापा मारना घोर अनुशासनहीनता है। पहले उच्चाधिकारियों से अनुमति ली जानी चाहिए। इस तरीके की हरकत अगर भविष्य में फिर सुनाई दी तो संबंधित पुलिस कर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा।