हरिद्वार। जेल में बंदियों को तनाव से मुक्त रखने के लिए जेल प्रशासन लगातार नई व्यवस्थाएं कर रहा है। उनमें रचनात्मक कार्यों की ओर मोड़कर अपराध से भी दूर रखने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए कैदियों के बीच ही त्यौहारों में कार्यक्रम का अायोजन किया जाता है। हाल ही में प्रदेश की कुछ जेलों में एफएम रेडियो भी शुरू किया गया था। अब जेल प्रशासन ने फिर नई पहल की है। उसने कैदियों के लिए जेल में ही सिनेमा हाल की शुरुआत की है।
अभी यह शुरुआत हरिद्वार की जेल में की जा रही है। यहां के वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने कारागार में ही मिनी सिनेमा हाल की शुरुआत की है। इस सिनेमा हाल में कैदियों को प्रवचन से लेकर धार्मिक, ऐतिहासिक व सांस्कृतिक महत्व की फिल्में दिखाई जाएंगी, जिससे कैदी न सिर्फ तनाव से दूर रहेंगे, बल्कि महापुरुषों के जीवन पर आधारित फिल्मों से उन्हें अपराध छोडऩे की प्रेरणा भी मिलेगी।
वरिष्ठ अधीक्षक मनोज आर्य ने बताया कि प्रोजेक्टर और स्पीकर की मदद से जेल के एक भवन को सिनेमा हाल का रूप दिया गया है, जहां रोजाना एक बैरक के बंदी व कैदी दोपहर 12 से तीन बजे के बीच शो देख सकेंगे। मनोरंजन से उन्हें तनावमुक्त रखने में मदद मिलेगी। चूंकि किसी भी व्यक्ति के दिलोदिमाग पर फिल्मों का गहरा असर होता है, इसलिए महात्मा गांधी, भगत सिंह जैसे महापुरुषों के जीवन पर आधारित फिल्में ही दिखाई जाएंगी, जिससे बंदियों और कैदियों के जीवन में निश्चित तौर पर परिवर्तन होगा।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि फिल्में दिखाने के दौरान कैदियों के मनोरंजन और पसंद का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा। फरमाईश आने पर बालीवुड की मशहूर फिल्में भी दिखाई जा सकेंगी। उन्होंने बताया कि कैदियों को धार्मिक और सांस्कृतिक फिल्में इसलिए दिखाई जाएंगी, ताकि अपराध की दुनिया को छोड़कर वह अच्छा जीवन बिताने की प्रेरणा लेकर यहां से समाज में जाएं। कैदियों की पसंद के हिसाब से बॉक्स आफिस पर रिलीज होने वाली और पुरानी मशहूर फिल्में भी दिखाई जाएंगी।
खबरों से रहें हर पल अपडेट :
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
हमारे यूट्यब चैनल से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें।