पबजी खेलने से रोका तो दादा-दादी को जेल भिजवाने रची साजिश, गोंद डालकर मासूम का चिपकाया मुंह, फिर दी दर्दनाक मौत

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न्यूज जंक्शन 24, लखनऊ। ऑनलाइन गेम्स की लत में आकर छोटे बच्चे बड़े से बड़ा अपराध करने से नहीं चूक रहे हैं। गेम की लत उन्हें ऐसे लग रही है कि जरा से टोकने पर हत्या जैसी जघन्य वारदात करने से भी उनके हाथ पीछे नहीं हट रहे। यही नहीं, अपने किए पर पर्दा डालने के लिए वे किसी शातिर कातिल की तरह साजिश भी बुन रहे है। यूपी के देवरिया जिले में ऐसी ही एक खौफनाक घटना सामने आई है।

देवरिया में पबजी गेम खेलने से टोकने वाले दादा-दादी को रास्ते से हटाने के लिए युवक ने हत्या की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया। पकड़े जाने पर उसने पुलिस को जो कुछ भी बताया, उसे सुनकर हर किसी के पैरों तले जमीन ही खिसक गई।

लार थाना क्षेत्र के हरखौली निवासी गोरख यादव का पुत्र संस्कार गांव में ही नरसिंह शर्मा (60) से ट्यूशन पढ़ने उनके घर जाता था। परिजनों के अनुसार, वह बुधवार दोपहर बाद करीब एक बजे ट्यूशन के लिए घर से निकला था। लौटने में देर होने पर उसके पिता नरसिंह के घर पहुंचे तो पता चला कि वह ट्यूशन आया ही नहीं। इस पर परिजन उसे गांव में तलाशने लगे। इसी दौरान एक खेत में एक पत्र मिला, जिसमें पांच लाख रुपये की फिरौती मांग की गई थी। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी।

रात में ही एसपी संकल्प शर्मा मौके पर पहुंच गए। पुलिस छात्र की तलाश में जुट गई। संदेह होने पर पुलिस ने ट्यूशन शिक्षक के पौत्र अरुण शर्मा (18) को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सच्चाई सामने आ गई। उसने गला दबाकर हत्या की बात कुबूल कर ली। बताया कि उसने संस्कार का शव शौचालय में छिपा रखा है। पुलिस ने संस्कार का शव बरामद कर लिया है। पूछताछ में अरुण ने पुलिस को बताया कि उसके दादा-दादी उसे पबजी खेलने और रुपये मांगने पर हमेशा डांटते रहते थे। इससे खफा होकर उसने दोनों को जेल भेजवाने के मकसद से संस्कार की हत्या की योजना बनाई।

उसने बताया कि बुधवार को ट्यूशन आ रहा संस्कार उसे रास्ते में ही मिल गया था। वह उसके साथ हो लिया। घर के पास पहुंचने पर उसने धोखे से संस्कार के मुंह में गोंद डाल दिया, जिससे वह शोर न मचा सके। इसके बाद उसे शौचालय में ले गया और गला दबाकर मार डाला तथा शव को शौचालय में छिपा दिया। ग्रामीणों के अनुसार अरुण पबजी खेलने का आदी है। घर में डांट पड़ने पर वह एक बार आत्महत्या करने के लिए रेल लाइन पर पहुंच गया था, लेकिन लोग उसे समझा-बुझाकर वापस ले आए थे। अरुण की करतूत से उसके माता-पिता भी सदमे में हैं।

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