रुद्रपुर। ऊधमसिंह नगर में अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं। बदमाशों के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि गुरुवार को उन्होंने महिला दरोगा को भी कार से कुचलकर मारने की कोशिश कर दी, मगर जख्मी होने पर भी दरोगा ने हिम्मत नहीं हारी और एक किमी तक पीछा कर दो लोगों को दबोच लिया। ये बदमाश एक महिला को वेश्यावृत्ति के लिए बेचने जा रहे थे। पुलिस ने महिला को भी मुक्त करा लिया है।
मामला रुद्रपुर का है। यहां एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की प्रभारी बसंती आर्य को बुधवार देर शाम सूचना मिली कि मानव तस्करों ने एक महिला को बेच दिया है। आरोपित उसे वेश्यावृत्ति के लिए ले जा रहे हैं। इस पर टीम सक्रिय हो गई और गाबा चौक के पास घेराबंदी कर दी। दरोगा बसंती आर्य सड़क पर खड़ी हो गईं। इसी बीच सामने से एक कार आती दिखाई दी। दरोगा ने दूर से ही कार को रोकने का इशारा किया, मगर कार चालक ने रफ्तार बढ़ा दी अौर दरोगा पर ही कार चढ़ाने की काेशिश कर दी। इस पर बसंती दूसरी तरफ कूद गईं, मगर कार से वह टकरा गईं, जिससे उनके हाथ में चोट आ गई। इसके बावजूद कार का पीछा करते हुए उन्होंने वायरलेस पर सूचना प्रसारित करा दी।
पुलिस टीम ने करीब एक किलोमीटर दूर तक हाईवे स्थित तेल मिल मोड़ तक पीछा किया। इसी बीच वहां लगे जाम के बीच आरोपितों की कार फंस गई तो पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला को छुड़ाते हुए दो लोगों को दबोच लिया। हालांकि इस दौरान महिला समेत तीन लोग पुलिस के हाथों से बच निकले। फरार महिला इन बदमाशों की सरगना बताई जा रही है। पकड़े गए आरोपितों की पहचना सोनू सिंह निवासी इस्लामपुर दीपा थाना बिजनौर उत्तर प्रदेश, भूपेंद्र सिंह निवासी ललपुरी, बेरिया दौलत केलाखेड़ा ऊधमसिंह नगर के रूप में हुई है। वहीं, फरार आरोपितों की पहचान लक्ष्मी सिंह और इसका पति मलकीत सिंह निवासी तकुनिया लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश, रणजीत सिंह उर्फ रानू निवासी बेरिया दौलत माला फार्म केलाखेड़ा नगर के रूप में हुई। लक्ष्मी इस गिरोह की सरगना है और अभी रुद्रपुर में रहती है। पुलिस ने बदमाशों की कार सीज कर चार नामजद व एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पूछताछ में पता चला कि आरोपित महिला को लेकर गदरपुर जा रहे थे।
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