घर तोड़ने का नोटिस देख महिला की गई जान, आक्रोशित लोगों का हंगामा

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उत्तराखंड की राजधानी में इन दिनों अवैध अतिक्रमण पर जेसीबी गरज रही है। रिस्पना नदी के किनारे अवैध कब्जे हटाने की एमडीडीए की कार्रवाई का भारी विरोध हो रहा है। ऐसे में बस्ती में एक महिला की हार्ट अटैक से मौत के बाद क्षेत्रवासियों ने खूब हंगामा काटा और सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन किया। आरोप है कि घर तोड़ने का नोटिस मिलने के कारण महिला को हार्ट अटैक आया है।

बीते सोमवार को काठबंगला बस्ती में बड़ी संख्या में अतिक्रमण ध्वस्त किए गए। इस दौरान गब्बर बस्ती में एक महिला की मौत हो गई। मंगलवार को भी एमडीडीए की टीम भारी पुलिस फोर्स के साथ काठबंगला और आसपास के क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाने पहुंची। लेकिन काठबंगला बस्ती और गब्बर बस्ती के बीच पुल के पास भारी भीड़ एकत्रित हो गई।

आक्रोशित लोगों ने महिला की मौत के लिए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को जिम्मेदार ठहराया। सड़क जाम करते हुए बस्तीवासियों ने कार्रवाई का विरोध किया, जिस पर पुलिस फोर्स ने सख्ती दिखाते हुए उन्हें खदेड़ने का प्रयास किया। काफी देर तक हंगामा चला और प्रदर्शनकारी नहीं माने। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने वहां से गुजर रहीं प्रमुख सचिव के वाहन को भी रोक दिया। पुलिस ने भीड़ हटाकर गाड़ी को निकाला।

इस पर पुलिस ने कुछ व्यक्तियों को हिरासत में लिया और लाठियां फटकार कर भीड़ को खदेड़ा। हालांकि, इसके बावजूद एमडीडीए की कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाई। टीम ने ध्वस्तीकरण के अभियान को एक दिन के लिए टाल दिया। बुधवार को इस क्षेत्र में अतिक्रमण ध्वस्त किया जाएगा।

एमडीडीए की टीम ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को एक दिन के लिए रोकते हुए गब्बर बस्ती में अवैध निर्माण पर लाल निशान लगाए। बस्तीवासियों के आधार कार्ड, बिजली और पानी के बिल जांचे गए और वर्ष 2016 के बाद निर्माण मिलने पर उनके भवन पर निशान लगा दिया गया।