लखीमपुर खीरी की घटना पर योगी का बड़ा बयान, विपक्ष को सुनाई खरी-खरी, जानें क्या कहा

183
खबर शेयर करें -

लखनऊ। लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा पर आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान दिया है और इसके राजनीतिकरण में लगे विपक्ष को करारा जवाब दिया है। अपने दो दिन दौरे पर गृहक्षेत्र गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लखीमपुर हादसा दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन जिस तरह से वहां जाने के लिए विपक्षी पार्टियों के नेताओं की होड़ लगी है, उससे साफ है कि सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए यह दिखावा है। कोरोना काल में कभी नेताओं को एक बार जनता की सेवा के लिए भी जाना चाहिए था।

उन्होंने कहा कि विपक्षी दल के नेताओं को लगा कि लखीमपुर एक बहाना है, लेकिन ऐसा नहीं हो पाएगा। ये कोई सद्भावना के दूत नहीं है। सरकार की पहली प्राथमिकता होती है शांति और सौहार्द बनाना, सरकार ने वही किया। सीएम ने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना का राजनीतिकरण करने वालों को तालिबान का आईना दिखाना चाहिए। देश के अंदर लखीमपुर मुद्दे का राजनीतिकरण कौन कर रहे हैं? वही जो काबुल में तालिबान का समर्थन कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें : Lakhimpur Kheri Violence : सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को लगाई फटकार, कहा- हत्यारोपी को नोटिस देकर बुलाती है यूपी पुलिस

यह भी पढ़ें : Lakhimpur Kheri Violence : केंद्रीय राज्य मंत्री के बेटे के खिलाफ मिला सबूत, यूपी पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस से मांगी मदद

योगी ने विपक्ष पर तीखा सवाल कर पूछा कि कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ के कर्वधा में जो हुआ, क्या वहां कोई गया इनमें से? जिन लोगों को पुलिस ने गोलियों से भूना, क्या कोई उनसे मिलने गया? अखिलेश यादव को पढ़ने-लिखने की फुर्सत कहां है, वो तो बड़े बाप के बड़े बेटे हैं। स्वाभाविक रूप से उनकी जिंदगी है और उनकी अपनी कार्य पद्धति है। देश और दुनिया से उन्हें क्या मतलब है?

उन्होंने कहा कि ओवैसी अगर कश्मीर में निशाना बन रहे हिंदुओं और सिक्खों के प्रति भी सहानुभूति व्यक्त कर देते, तो लोग उनको नेता मान लेते। जो लोग लखीमपुर में हिन्दुओं और सिक्खों को आपस में लड़ाना चाह रहे हैं, उनको कश्मीर का आईना दिखाना चाहिए। लखीमपुर का राजनीतिकरण करने वालों को तालिबान का आईना दिखाना चाहिए।

यह भी पढ़ें : लखीमपुर खीरी जाने के लिए उत्तराखंड पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू, कही इतनी बड़ी बात

यह भी पढ़ें : अब हरियाणा में लखीमपुर खीरी जैसी घटना, सांसद के काफिले के वाहन से एक किसान घायल

योगी ने कहा कि कोई अगर इस गलतफहमी में है कि उत्तर प्रदेश के अंदर वो घेराबंदी करके आम जनजीवन को ठप कर देंगे, या निर्दोष लोगों पर हमला करेंगे, तो वो लोग भी तैयार हो जाएं, हम तो तैयार ही हैं। सपा, बसपा और कांग्रेस सभी ब्राह्मण सम्मेलन कर रहे हैं, लेकिन लखीमपुर में दो ब्राह्मण भी मारे गए, क्या इनमें से कोई नेता गया उन पीड़ित ब्राह्मणों के घर? कन्नौज के नीरज मिश्रा की हत्या, क्या संतोष शुक्ला ब्राह्मण नहीं थे? कभी उनके घर गए? मैं नोएडा भी गया और बिजनौर भी। दोनों के बारे में कहा जाता था, जो सीएम वहां जाता है वो दोबारा सत्ता में लौटकर नहीं आता। हम लोग इसी मिथक को तोड़ने के लिए राजनीति में आए हैं। हमारी सरकार उत्तर प्रदेश में दोबारा आएगी।

ऐसे ही लेटेस्ट और रोचक खबरें तुरंत अपने फोन पर पाने के लिए हमसे जुड़ें :

हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

हमारे यूट्यब चैनल से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

हमारे टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें।