कोरोना संकट के दौर में इस साल मार्च में शुरु हुए लॉकडाउन के बाद मई में शहरों से बड़ी संख्या में लोगों ने गांवों की ओर पलायन किया था। इसके बाद नौकरियों और वेतन में कटौती को लेकर मुश्किलें बढ़ती चली गईं। लेकिन अब एक राहत की बात सामने आई है। दिल्ली-मुंबई और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में नौकरियां बढ़ रही हैं। 90 फीसदी कंपनियों ने कहा है कि ब्लू कॉलर जॉब्स (ऑफिस में काम करने वाले रोजगार) में इजाफा हो रहा है और वह नई भर्तियां कर रही हैं। ओएलएक्स समूह के एक सर्वे में यह बात सामने आई है।
सर्वे के मुताबिक ऑफिस में काम करने वाले रोजगार के अवसर बढ़ने से सेवा क्षेत्र में तेजी का संकेत मिल रहा है। इसमें कहा गया है कि ज्यादातर कंपनियों ने इस साल दिसंबर तक स्थिति सामान्य हो जाने की उम्मीद जताई है।
उत्साहजनक
90 % बेंगलुरु की कंपनियों ने नौकरियां बढ़ने की बात कही
86% मुंबई की कंपनियों ने रोजगार बढ़ने की बात कही
76% दिल्ली की कंपनियों ने कहा, नई भर्तियां तेज
14 शहरों में सर्वे
ओएलएक्स समूह द्वारा जून में किए गए इस सर्वे में देश के 14 बड़े शहरों को शामिल किया गया। इसमें देशभर की 200 कंपनियों की राय जानी गई। कोरोना संकट से शुरु में हताश कंपनियां जून तक उत्साहित नजर आ रही हैं। दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों में स्थिति 75 फीसदी से अधिक कंपनियों ने नई भर्तियों की बात कही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कोरोना संकट में नई उम्मीद है और अर्थव्यवस्था के धीरे-धीरे पटरी पर आने का संकेत भी है।
मई में पलायन कर रहे थे लोग
लॉकाउन की वजह से कंपनियों के बंद होने के बाद मई में करोड़ो लोगों ने विभिन्न शहरों से गांव की ओर पलायन किया था। इसमें अकेले मुंबई से करीब एक करोड़ 15 लाख लोगों ने पलायन किया था। जबकि दिल्ली में कुल कामगारों की करीब 70 फीसदी आबादी गांव चली गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक अब शहरों में नई भर्तियां शुरु होने से आने वाले समय में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
किस तरह की मिल रहीं नौकरियां
सर्वे के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में लॉजिस्टिक क्षेत्र में नौकरियां तेजी से बढ़ रही हैं। वहीं बेंगलुरु में आईटी सहित सुरक्षा और अन्य सेवाओं के लिए ज्यादा मांग है। जबकि मुंबई में आईटी और उससे जुड़े क्षेत्रों के साथ लॉजिस्टक में नई भर्तियां तेजी से हो रही हैं। इन शहरों के अलावा पुणे, चंडीगढ़, कोलकाता और हैदराबाद में भी अवसर बढ़ रहे हैं।